देश में आईएएस का पद बहुत खास माना जाता है। इस पद को हासिल करने के लिए लोग कड़ी मेहनत भी करते हैं लेकिन आज हम जिस आईएएस अधिकारी की बात कर रहे हैं वह है तेलंगाना चीफ मिनिस्टर के ऑफिस में अडिशनल सेक्रेटरी के पद पर तैनात आईएएस ऑफिसर स्मिता सभ्रवाल। वह सीएम ऑफिस में इस पद पर काम करने वाली सबसे कम की उम्र की अधिकारी हैं।
स्मिता का इतनी कम उम्र में यह ओहदा हासिल करने के पीछे की सबसे बड़ी वजह है उनका 23 साल की उम्र में यूपीएससी की परीक्षा पास कर लेना। वह इस परीक्षा में आल इंडिया टॉपर रहीं थी। काम करने के अच्छे रिकॉर्ड की वजह से उन्हें ‘द पीपल्स ऑफिसर’ कहा जाता है। उन्होेंने अब तक वारंगल,चित्तूर,विजाग, करीम नगर आदि राज्यों में काम किया है।
बंगाल के दार्जीलिंग की रहने वाली स्मिता के पिता आर्मी में थे। पिता का अलग-अलग जगहों पर तबादला होने के कारण उन्हें देश के अलग-अलग हिस्सों में पढ़ाई करने का मौका मिला। पिता की रिटायरमेंट के बाद वह हैदराबाद में बस गए और बाकी की पढ़ाई उन्होने हैदराबाद में ही की। वह कॉमर्स में ग्रेजुएट हैं। 12 वीं में बोर्ड की परीक्षा में टॉपर, यूपीएससी के सिविल एग्जाम में चौथा रैंक हासिल किया। इसके बाद उन्हें देश की सबसे प्रतिष्ठित मानी जाने वाली नौकरी यानि आईएएस जॉइन करने का मौका मिला। आईएएस में उन्हें हैदराबाद कैडर मिला। इसके बाद वारंगल में इन्हें नगर पंचायत का काम संभालने का मौका मिला। यहां पर उन्होने ‘फंड योर सिटी’ के नाम से योजना चलाई। उनकी इस स्किम को लोगों का बहुत प्रोत्साहन मिला।
इसके बाद करीमनगर जिले का काम संभाला जो तेलंगना का सबसे पिछड़ा इलाका माना जाता था। इन्हें वहां का डी एम बनाया गया और वहां कि बेकार हो चुकी चिकित्सा और शिक्षा व्यवस्था को सुधारने का काम किया। यहां पर उन्होने ‘अम्मा लालना’ की स्कीम चलाई। जिसका मकसद महिलाओं को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाना था। इसके अलावा भी उन्होंने अलग-अलग जिलों में बहुत अच्छे काम किए हैं, जिसके लिए उन्हें कई पुरुस्कार भी मिल चुके हैं।