पटना : बिहार के मुंगेर जिला से एक ऐसी खबर सामने आई जिसे पढ़ कर आप दंग रह जायेंगे। खबर भी ऐसी है कि जिसे पढ़े बिना आप रह भी नहीं पाएंगे। यहाँ एक लड़की श्मशान घाट से जिंदा अपने घर वापस आ गई है।
यह पूरा वाक्या मुंगेर जिले के असरगंज थाना क्षेत्र के सजुआ गांव का है। गांव के निवासी अंगद दास ने 15 वर्षीय पुत्री को इलाज कराने के बहाने सुल्तानगंज ले गए थे लेकिन अपनी बेटी को श्मशान घाट ले जाकर गला दबा कर फेंक दिया।
श्मशान घाट में ही किशोरी काफी देर तक बेहोश पड़ी रही और उसका पिता उसे मरा हुआ समझकर चला गया, लेकिन देर रात में किशोरी को होश आ गया और श्मशान घाट के पास रहने वाले लोगों ने उसे सुल्तानगंज थाना पहुंचाया। इसके बाद सुल्तानगंज थाना और असरगंज थाना ने मिलकर मामले की जांच की। जांच में सामने आया कि पिता ने अपनी ही बेटी की हत्या की कोशिश की थी।
असरगंज थाने में पीड़ित किशोरी ने पुलिस को बताया कि एक लड़के ने उसके साथ दुष्कर्म किया था जिससे वह गर्भवती हो गई। मंगलवार को उसके पिता एवं दादा बाबूलाल दास ने उसे इलाज कराने के बहाने सुल्तानगंज में इधर उधर घुमाने के बाद रात 10:00 बजे श्मशान घाट ले गए और उसके मुंह में कपड़ा ठूंस कर गला दबा दिया। उसे मरा हुआ समझ कर फेंक दिया। रात 12:00 बजे के करीब उसे होश आया तो वह चिल्लाने लगी। इसके बाद श्मशान घाट पर तैनात व्यक्ति ने उसे अपने परिवार के पास ले गया और बुधवार को सुल्तानगंज थाना पहुंचाया। सुल्तानगंज थाना पुलिस ने पूछताछ कर उसे असरगंज थाना पहुंचा दिया। इधर असरगंज थाने में उपस्थित DSP महेंद्र प्रताप सिंह ने पीड़िता से पूछताछ कर मामले की छानबीन की।
पुलिस ने पीड़ित लड़की के बयान पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।