नई दिल्ली : मोदी सरकार के बजट 2018 के अगले दिन शेयर बाजार में सुबह से ही गिरावट का दौर देखने को मिला। बंद से आधे घंटे पहले सेंसेक्स में रिकॉर्ड 800 प्वाइंट तक की गिरावट दर्ज की गई। वहीं निफ्टी में 250 अंकों की गिरावट देखी गई। सुबह भी सेंसेक्स में 500 अंकों की भारी गिरावट देखी गई थी। पूरे दिन शेयर बाजारों में आज गिरावट ही देखी गई। बीच बीच में कभी करेंक्शन देखने को मिला, लेकिन यह ज्यादा देर तक नहीं रह पाया। आईटी और फार्मा को छोड़कर बाकी लगभग सभी शेयरों में गिरावट देखी गई। बता दें कि अगस्त 2017 में भी काफी गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन यह नोटबंदी के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है।
जानकारों का मानना है कि बजट में फिस्कल घाटे के ज्यादा होने और लंबी अवधि के कैपिटल गेन पर टैक्स लगाने के सरकार के फैसले से यह गिरावट देखी जा रही है। आज सुबह बीएसई में करीब 300 अंकों की गिरावट दर्ज की गई जबकि निफ्टी 10950 के कारोबार करने लगा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी घरेलू शेयरों को नुकसान दिखाई दे रहा है। वे भी आज कमजोर खुले। गुरुवार की तुलना में रुपया भी 64.02 से फिसलकर 64.18 पर आ गया। करीब 10.30 बजे निफ्टी 104 अंक और सेसेंक्स 350 अंक नीचे गिरा था।
आम बजट के दिन गुरुवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बेहद उतार-चढ़ाव वाले कारोबार में 58 अंक टूट गया था। शेयरों पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन यानी पूंजीगत लाभ कर जैसे बजट प्रस्तावों से बाजार की धारणा प्रभावित हुई है। दोपहर के कारोबार में बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 460 अंक तक नीचे आ गया था। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शेयर बाजारों के एक लाख रुपये से अधिक के लाभ पर दीर्घावधि का 10 प्रतिशत का पूंजीगत लाभ कर लगाने की घोषणा की थी, जिससे बाजार में गिरावट आई थी।