जबलपुर : नरसिंहपुर जिला मुख्यालय पर चल रहा किसानों का धरना समाप्त हो गया है। एनटीपीसी के खिलाफ करीब एक महीने से जारी आंदोलन के तहत नरसिंहपुर में किसान चार दिन से धरना दे रहे थे। किसानों का यह आंदोलन रविवार रात भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा की सभा के बाद समाप्त कर दिया गया। पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने धरना समाप्त किए जाने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि प्रशासन और एनटीपीसी ने उनकी कुछ प्रमुख मांगों पर सहमति व्यक्त की है जिसके बाद धरना खत्म कर दिया गया है।
पीएम पर कटाक्ष
इससे पहले जबलपुर से किसान आंदोलन में शामिल होने पहुंचे फिल्म अभिनेता व सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने नरसिंहपुर में किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र मंच सबका है। आंदोलन में हम किसानों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी में बोलने का अधिकार नहीं है, इसलिए सरकारों को चेतावनी देने और सबक सिखाने के लिए राष्ट्र मंच का गठन किया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिए बगैर कहा कि हम मन की नहीं दिल की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि यशवंत सिन्हा और कक्काजी के आदेश को अध्यादेश मानकर आंदोलन का समर्थन करने आया हूं।
व्यक्ति से बड़ी पार्टी, उससे भी बड़ा देश
नरसिंहपुर रवाना होने से पहले जबलपुर में डुमना एयरपोर्ट पर अभिनेता और भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि व्यक्ति से बड़ी पार्टी और उससे बड़ा देश है। मैं पार्टी के विरोध में नहीं हूं। हमारी किसी से लड़ाई नहीं है, न्याय की पुकार कर रहे किसानों के लिए संघर्ष है। केन्द्र व राज्य सरकार दोनों किसानों के साथ न्याय करें। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ सालों से ज्यादती होती रही है। उनकी मांग न्यायोचित हैं। किसान देश की रीढ़ हैं। देश में ६० करोड़ से ज्यादा लोग किसान परिवारों से जुड़े हैं। शत्रुघ्न ने कहा आंदोलन में यशवंत सिन्हा का छोटा भाई और जागरूक नागरिक की हैसियत से समर्थन देने आया हूं।
दूर की नहीं सोचता
नरसिंहपुर में किसान आंदोलन भाजपा के विरोध में हो रहा है, एेसे आरोप लग रहे हैं। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जो जनहित में मामले हैं, पार्टी हित में मामले हैं, मैं उनमें शामिल हूं और बहुत दूर तक की नहीं सोचता। पार्टी के सांसद बाबुल सुप्रियो द्वारा पार्टी छोडऩे की सलाह पर शत्रुघ्न ने अपनी दमदार आवाज में सवाल उठाया कि ये कौन हैं? उनके साथ सेल्फी लेने बड़ी संख्या में लोग एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। उनकी मांग पर शत्रुघ्न ने अपना फेमस डायलॉग खामोश बोलकर सबको हंसा दिया।