जनेवाः बलूचिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ आवाज उठाते हुए सोमवार को विश्व बलूच संगठन द्वारा संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHCR) के सामने पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। UNHCR के 36वें सत्र के मौके पर मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, बलूच प्रतिनिधियों और बलूच समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन आयोजित किया । प्रदर्शनकारियों ने बलूचिस्तान में सामान्य मानवाधिकारों की स्थिति पर निराशा जताई है और हालात में सुधार की मांग की।
बलूच मानवाधिकार कार्यकर्ता शाहजान बलूच ने कहा, ‘हमारा उद्देश्य पाकिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ आवाज उठाना है, हमारा उद्देश्य बलूचिस्तान में मिलिट्री ऑपरेशन के खिलाफ आवाज उठाना है और वहां बन रहा चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) प्रोजैक्ट बलूच नागरिकों के खिलाफ है इसलिए हम यहां बलूचिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए हम बलूचिस्तान के लोगों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं।
शाहजान ने बताया कि पाकिस्तान में मौलिक अधिकारों की भी आजादी नहीं है। बलूच लोगों को पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया लेकिन कोर्ट में पेश नहीं किया गया। शाहजान ने बताया कि बलूचिस्तान में हालात बहुत खराब हैं। अनप्रेजेंटेड नेशंस एंड पीपुल्स आर्गेनाइजेशन (यूएनपीओ) की प्रोजेक्ट ऑफिसर निकोलेट्टा एनरिया ने कहा, ‘इस तरह के प्रदर्शन से समस्या के प्रति लोगों का ध्यान जाएगा और वे समझेंगे कि बलूच के लोग सीपीइसी प्रोजेक्ट के कारण परेशानी में हैं।