नई दिल्ली । दिल्ली के विवेक विहार थाने में विवादास्पद धर्मगुरु राधे मां के साथ पुलिसकर्मियों का वीडियो वायरल हुआ है। इसमें थाने में पुलिसकर्मी राधे मां के साथ गीत गाते और ठुमके लगाते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो वायरल होते ही विवेक विहार के एसएचओ को लाइन हाजिर कर दिया गया। वहीं, जिन पांच पुलिसकर्मियों ने स्वागत किया और साथ में फोटो खिंचवाई थी। इन सभी को भी पुलिस लाइन में भेजने का आदेश हुआ है। माना जा रहा है कि विवेक विहार के कुछ और पुलिसकर्मी भी नपेंगे। बता दें कि दिल्ली के विवेक विहार थाने में विवादास्पद धर्मगुरु राधे मां के प्रति खाकी का सम्मान देख सब चकित रह गए। थाने में पहुंचते ही राधे मां थानाध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान हो गईं।
इतना ही नहीं मौके पर मौजूद एसएचओ ने उनका स्वागत किया और अपनी कुर्सी छोड़ दी। राधे मां का आशीर्वाद लेने के लिए वो भी कतार में लग गए। विवेक विहार थाने की ये तस्वीर नवरात्रि के दौरान महाअष्टमी की है। यह मामला संज्ञान में आते ही इस प्रकरण के जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इतना ही नहीं थाने में राधे मां की जय-जयकार होने लगी। यहां तैनात पुलिस वाले भी भक्त की मुद्रा में नजर आए। राधे मां थाने क्यों आई इस पर यहां के पुलिसकर्मियों ने बोलने से इंकार किया। हाथ में त्रिशूल लेकर अपने भक्तों के बीच अजब-गजब मुद्रा को लेकर चर्चित राधे मां एक बार सुर्खियों में आ गई। राधे मां जैसे ही थाने परिसर में प्रवेश की पुलिसकर्मी उन्हें देखकर दंग रह गए। थाने के अंदर घुसते ही उन्होंने एसएचओ के कमरे की ओर रुख किया। अंदर घुसते ही वहां बैठे एसएचओ ने राधे मां के सम्मान में अपनी कुर्सी छोड़ दी। एसएचओ साहब ने उनका स्वागत किया। राधे मां ने उनके स्वागत में अपनी चुनरी उनके कंधों पर डाल दी।
इस बारे में थाने के पुलिसकर्मी कन्नी काट गए। हालांकि थाने के एक कांस्टेबल का कहना है कि राधे मां रामलीला में आई थी। काफी भीड़ जुटने की वजह से एसएचओ संजय शर्मा उन्हें थाने ले गए। बताते चलें कि राधे मां दहेज उत्पीड़न, यौन उत्पीड़न और धमकाने समेत कई तरह आरोपों से घिरी हुई हैं।
हाल ही में संतों की एक संस्था ने उन्हें फर्जी संत घोषित किया है। ऐसे में सवाल उठता है कि एक थाने में राधे मां के प्रति इतनी श्रद्धा कहां तक उचित है ? उन्हें दारोगा की कुर्सी पर बिठाने की क्या जरुरत थी ?