बारबाडोस। वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर किरोन पोलार्ड ने कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) में शर्मनाक हरकत करते हुए युवा एविन लुईस को रिकॉर्ड तेज शतक बनाने से रोकने के लिए जानबूझकर नोबॉल डाली। पोलार्ड द्वारा जानबूझकर डाली गई नोबॉल से सेंट किट्स एंड नेविस पेट्रियट्स को अतिरिक्त रन मिला और वह बारबाडोस ट्राइडेंट्स के खिलाफ आठवें ओवर में ही मैच जीत गया। लुईस 32 गेंदों में 6 चौकों और 11 छक्कों की मदद से 97 रन बनाकर नाबाद रहे। सेंट किट्स को जीत के लिए 1 रन चाहिए था और लुईस स्ट्राइक पर थे, पोलार्ड की गेंद पर उनके द्वारा चौका लगाकर इस टूर्नामेंट का सबसे तेज शतक बनाने के रिकॉर्ड की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन पोलार्ड ने घटिया हरकत करते हुए जानबूझकर नोबॉल डाल लुईस को शतक से वंचित कर दिया। इस हरकत के लिए पोलार्ड की दुनियाभर में बदनामी हो रही हैं।
ट्राइडेंट्स ने 9 विकेट पर 128 रन बनाए, जवाब में सेंट किट्स ने 7.2 ओवरों में बिना कोई विकेट खोए लक्ष्य हासिल कर लिया। गेल को मात्र 14 गेंदों का सामना करने को मिला और वे 22 रन बनाकर नाबाद रहे। दूसरी तरफ लुईस ने चौकों-छक्कों की बारिश कर कई रिकॉर्ड्स बनाए। उन्होंने 19 गेंदों में फिफ्टी पूरी की जो सीपीएल में सबसे तेज फिफ्टी है। उन्होंने कोलिन मुनरो और डैरेन सैमी के 23-23 गेंदों में फिफ्टी के रिकॉर्ड को तोड़ा। उनकी तूफानी बल्लेबाजी के चलते सेंट किट्स ने पॉवर प्ले में बिना किसी नुकसान के 105 रन बनाए जो कीर्तिमान है।
लुईस के साथ हुई हरकत ने सहवाग की याद दिलाई
लुईस के साथ हुई इस घटना ने 2010 में वीरेंद्र सहवाग के साथ हुए वाकये की याद ताजा करवा दी। दाम्बुला में तीसरे वनडे के दौरान जब वीरेंद्र सहवाग 99 रनों पर पर थे और भारत को जीत के लिए 1 रन चाहिए था, तब सूरज रणदीव ने नोबॉल डालकर उन्हें शतक से वंचित कर दिया। वैसे बाद में रणदीव ने अपनी इस हरकत के लिए सहवाग से माफी मांग ली थी।