लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, और उनके बेटे तेजस्वी यादव को नौकरी के बदले जमीन घोटाले मामले में फिलहाल जमानत मिल गई है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने इस फैसले को दिया है।
इस मामले में कुल 15 आरोपी हैं, लेकिन दो आरोपी जमानत के लिए आवेदन नहीं दिया था। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, लालू यादव, और राबड़ी देवी के खिलाफ इस घोटाले के आरोप हैं, और इस मामले में चार्जशीट दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में दाखिल की गई थी।
यह घोटाला 14 साल पहले का है, जब लालू यादव रेल मंत्री थे। कोर्ट ने बीते साल 22 सितंबर को समन जारी किया था, और इस साल 3 जुलाई को तेजस्वी के खिलाफ भी पूरक आरोपपत्र दायर किया गया था।
इस मामले में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और पूर्व सीएम राबड़ी देवी पहले से ही जांच का सामना कर रहे हैं, और CBI ने अब तीनों के खिलाफ आरोप पत्र दायर कर दिया है।
लालू परिवार के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं, लेकिन जमानत मिलने के बाद, तेजस्वी यादव ने कहा कि यह कानूनी चीज थी, और वे अदालत में पेश होने के लिए तैयार थे। कोर्ट ने इस मामले को विचार करते हुए जमानत दी है, इससे यह साबित होता है कि कोर्ट ने हर चीज को समझते हुए फैसला दिया है।