नई दिल्ली : लश्करे तैयबा की गतिविधियों को लेकर अपनी जांच जारी रखते हुए राष्ट्रीय जांच एजंसी (एनआइए) ने बिहार के एक व्यक्ति को राष्ट्रीय राजधानी से गिरफ्तार किया है। एनआइए के अधिकारियों के अनुसार, महफूज आलम नामक यह चौथा व्यक्ति है जिसे पिछले साल दिसंबर में दर्ज मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया है। यह मामला महाराष्ट्र निवासी अब्दुल नईम शेख की गिरफ्तारी के बाद दर्ज किया गया था। आलम को विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे दो दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
अधिकारियों के अनुसार, आलम ने शेख को साजो-सामान, वित्तीय मदद और रहने का ठिकाना मुहैया कराया। वह लश्करे तैयबा का सक्रिय कार्यकर्ता था और उसने बिहार, ओडिशा, उत्तर प्रदेश व जम्मू कश्मीर की यात्रा की और पाकिस्तान स्थित अपने आकाओं की सलाह पर वहां अड्डे स्थापित किए। महफूज आलम ने अपना पहचान पत्र प्रदान करके वेस्टर्न यूनियन मनी ट्रांसफर जैसी अंतरराष्ट्रीय मनी ट्रांसफर सेवाओं के जरिए शेख द्वारा धन जुटाने, हासिल करने और संग्रह करने में मदद की। इस धन का बाद में शेख अब्दुल नईम द्वारा आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने में इस्तेमाल किया जाना था।
उससे पूछताछ के बाद एनआइए ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में दो हवाला आॅपरेटरों दिनेश गर्ग और आदेश कुमार जैन के यहां छापेमारी की। गर्ग की दुकान और घर की तलाशी के दौरान एनआइए दल ने तकरीबन 15 लाख रुपए नकद, करेंसी नोट की गणना करने वाली दो मशीनें, एक देसी पिस्तौल के साथ गोली, एक लैपटॉप, चार मोबाइल फोन और विभिन्न दस्तावेज जब्त किए।
उन्होंने बताया कि जैन के आवास और दुकान से की गई बरामदगी में 32.84 लाख रुपए, एक चीन निर्मित पिस्तौल के साथ गोली, सहयोगियों के मोबाइल नंबर वाले कुछ दस्तावेज, सऊदी अरब, यूएई, कुवैत, अमेरिका, जापान, थाईलैंड, ओमान की मुद्रा और दो लैपटॉप और तीन मोबाइल फोन समेत इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल हैं।