नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। रेल यात्रियों को जल्द ही बड़ी राहत मिल सकती है। रेल मंत्रालय राजधानी एक्सप्रेस, दुरंतो और शताब्दी एक्सप्रेस की टिकट बुकिंग में डायनैमिक फेयर या फ्लेक्सी फेयर सिस्टम को समाप्त करने की योजना पर विचार कर रहा है। मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल के दौरान भारतीय रेलवे की उपलब्धियां बताते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने फ्लेक्सी फेयर सिस्टम को खत्म करने के संकेत दिए।
गोयल ने कहा, “सरकार ने कुछ ट्रेनों के लिए फ्लेक्सी फेयर सिस्टम की शुरुआत की थी, जिसे अब खत्म करने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला समिति की सिफारिशों के आधार पर ही लिया जाएगा। फिलहाल कमिटी की ओर से दिए गये सुझावों पर मंथन किया जा रहा है।”
भारतीय रेलवे की तरफ से लागू की गई फ्लेक्सी फेयर सिस्टम में टिकटों के दाम में उतार-चढ़ाव होते रहता है। मसलन अगर किसी समय टिकटों की मांग ज्यादा होती है तो उसकी कीमत ज्यादा हो जाती है जबकि मांग कम होने के दौरान टिकटों की कीमतें सामान्य रहती हैं। त्योहारों के दौरान इस सिस्टम की वजह से यात्रियों को हमेशा ही ज्यादा किराए का भुगतान करना पड़ता है। रेलवे से पहले यह सिस्टम हवाई जहाज की टिकट बुकिंग में लागू रहा है।
आपको बता दें कि ट्रेन में फर्स्ट एसी और एग्जिक्यूटिव कैटेगरी की कीमतों में कोई बदलाव नहीं होता है। इसमें शुरुआत में पहली 10 फीसद सीटों के लिए सामान्य किराया लागू होता है, इसके बाद प्रत्येक 10 फीसदी बर्थ की बुकिंग के बाद किरायों में 10 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी जाती है। मांग के आधार पर इसमें अधिकतम 50 फीसदी तक किराया बढ़ता है।
सेकेंड एसी और चेयरकार के लिए अधिकतम 50 फीसदी की बढ़ोतरी होती है। वहीं थर्ड एसी के लिए यह सीमा 40 प्रतिशत अधिक होती है। अन्य चार्जेज जैसे कि आरक्षण शुल्क, सुपरफास्ट शुल्क, कैटरिंग शुल्क और सेवा कर में बदलाव नहीं होता है। देश में मौजूदा समय में 42 राजधानी, 46 शताब्दी और 54 दुरंतो ट्रेनें चल रही हैं।
व्यवस्था को खत्म कर क्या होगा फायदा
यदि सरकार इस व्यवस्था को खत्म करती है तो निश्चित तौर पर यात्रियों को इससे बड़ा फायदा होगा। खत्म होने के बाद सभी यात्रियों को सभी यात्रियों को एक ही बेस प्राइज पर टिकट मिलेगा। मसलन, डिमांड या पीक सीजन में रेलवे से यात्रा करने वाले लोगों को टिकट के लिए ज्यादा किराए का भुगतान नहीं करना होगा।