नई दिल्ली : राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान सौंपे जाने की तैयारियां जोरों पर हैं। पार्टी अध्यक्ष पद पर राहुल की ताजपोशी के कुछ ही दिन बचे हैं। इसी बीच कांग्रेस के एक युवा नेता भी मैदान में अपनी दावेदारी पेश करने के लिए आ गए हैं। ये युवा नेता हैं टीवी चैनलों पर अक्सर पार्टी का बचाव करते दिखने वाले शहजाद पूनावाला।
शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को ‘धोखा’ और ‘ढकोसला’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि वह भी कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसके साथ ही पूनावाला ने उस प्रक्रिया की भी कड़ी आलोचना की जिसके तहत राहुल गांधी को अध्यक्ष पद के लिए चुना जाना है। शहजाद पूनावाला ने कहा है कि सबसे पहले राहुल गांधी को कांग्रेस उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देना चाहिए ताकि वह इस दौरान किसी भी तरह का ‘अनुचित लाभ’ न ले सकें।
पूनावाला ने कहा है कि प्रेसिडेंट की पोस्ट के लिए होने वाले चुनाव में राहुल को फायदा पहुंचाने के लिए हेराफेरी की जा रही है। इसमें जो मेंबर वोट डालेंगे उनके नाम फिक्स हैं, इसमें धांधली की गई है। उन्होंने चुनाव की इस प्रॉसेस को राहुल के पक्ष में बताते हुए आरोप लगाया कि वे प्रेसिडेंट बनेंगे, क्योंकि वे गांधी परिवार से हैं।
पूनावाला ने कहा, “मैं ऐसा मुद्दा उठा रहा हूं जिस पर मुझे भरोसा है पार्टी में इसे उठाने की कोई और हिम्मत नहीं रखता। मेरी समझ मुझे वंशवाद/जी हुजूरी पर और चुप रहने नहीं दे रही।” उन्होंने अपने भाई तहसीन पूनावाला को भी टैग करते हुए लिखा है, “तहसीन को इस बात का कोई अंदाजा नहीं है, नहीं तो वो मुझे भी इस मुद्दे पर बोलने से रोक देता।”
हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने बयान जारी कर कहा कि शहजाद पूनावाला इस बार कांग्रेस की कमेटी में नहीं शामिल हैं उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए।
आपको बता दें कि शहजाद के भाई तहसीन पूनावाला रॉबर्ट वाड्रा के जीजा हैं।