अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस भारत के साथ रक्षा संबंधों के मजबूत बनाने के लिए सोमवार को नई दिल्ली पहुंच चुके हैं। तीन दिवसीय भारत दौरे पर नई दिल्ली पहुंचे अमेरिकी रक्षामंत्री जेम्स मैटिक का रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने स्वागत किया। मंगलवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। थोड़ी देर में दोनों नेता संयुक्त बयान जारी किया जाएगा। भारत पहुंचे मैटिस ने इंडिया गेट मेंसैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
मैटिस का यह भारत दौरा इसलिए बेहद अहम माना जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद यह पहला मौका है, जब अमेरिका के कोई कैबिनेट मंत्री भारत दौरे पर आए हैं। मैटिक के दौरे में दोनों देशों के बीच उन रक्षा और रणनीतिक फैसलों की समीक्षा की जा सकती है, जिन पर जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच सहमति बनी थी। अमेरिकी रक्षा मंत्री मैटिस भारतीय नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। साथ ही वह नई अफगान रणनीति और भारत-प्रशांत क्षेत्र को लेकर चर्चा कर सकते हैं। इसके अलावा भारत को 22 गार्जियन ड्रोन बेचने के समझौते पर मुहर लग सकती है। मालूम हो कि अमेरिका के दौरे के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने रक्षा सहयोग को और मजबूत बनाने की बात की थी। अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा था कि अमेरिका दक्षिण एशिया में सुरक्षा मजबूत करने के लिए भारत को जरूरी संसाधन एवं तकनीक मुहैया कराएगा। अमेरिका ने भारत को सी गार्जियन यूएवी, अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर और सी-17 परिवहन विमान देने की बात कही थी।
इससे पहले मैटिस ने कहा कि भारत के साथ रिश्ते मजबूत किए जा रहे हैं, लेकिन किसी दूसरे देश का बहिष्कार करके नहीं। उन्होंने अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करने और वहां के बुनियादी ढांचे के निर्माण व विकास में योगदान देने के लिए भारत की तारीफ की।