रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक साईमन मरांडी ने पाकुड़ जिले में हर साल होने वाले मेले में चुंबन प्रतियोगिता का आयोजन कराया। इस प्रतियोगिता में 18 आदिवासी जोड़े शामिल हुए जिनमें से तीन को पुरुस्कार दिया गया। ये तीन जोड़े बाकियों की अपेक्षा अधिक देर तक चुंबन कर पाए इसीलिए उन्हें ईनाम दिया गया।
हजारों लोगों के सामने आदिवासी जोड़ों ने अपने प्यार का इजहार किया। सिदो-कान्हू मेले में हुई इस प्रतियोगिता की चर्चा देश भर में हो रही है। मरांडी ने कहा कि आदिवासी प्यार का इजहार करने में संकोची स्वभाव के होते हैं। ये लोग एक-दूसरे से दिल की बात नहीं कह पाते जिसकी वजह से पिछले दिनों में तालाक के मामले भी बढ़े हैं।
उन्होंने कहा कि झिझक छोड़ कर प्यार को बढ़ावा मिले इसीलिए ये प्रतियोगिता आयोजित कराई गई। हालांकि इस पर बीजेपी नेताओं की ओर से आपत्ति दर्ज की गई है। भाजपा विधायक साहेब हांसदा ने मरांडी के ऐसी प्रतियोगिता कराने के लिए निंदा की है। उन्होंने कहा कि संताल समाज में ऐसी कोई परंपरा नहीं है और चुबंन प्रतियोगिता जैसी चीजों को शुरु करना युवाओं को बहकाने की तरह है।
इस मौके पर विधायक स्टीफन मरांडी और साइमन मरांडी मौजूद थे। प्रतियोगिता को देख कर मौजूद लोग हैरान थे और इसके बाद से ही देश भर में इस पर चर्चा हो रही है। हिन्दू जागरण मंच ने आंदोलन की बात कही है। वैसे आदिवासी समाज में अक्सर लड़के लड़कियां अपनी पसंद से ही शादी करते हैं और इसे सामाजिक स्वीकार्यता भी है।