पटना : केंद्र सरकार ने राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और हम प्रमुख जीतन राम मांझी की सुरक्षा में कटौती की है। इससे पहले लालू प्रसाद यादव और जीतनराम मांझी को ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा मिली थी। दोनों को अब ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी। वहीं जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव की भी सुरक्षा में कटौती की गई है। देश के कुल अन्य सात वीवीआईपी नेताओं की सुरक्षा में भी कटौती की गई है।
केंद्र ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से एनएसजी सुरक्षा हटा लिया है। जेड प्लस की सुरक्षा हटाने के बाद अब लालू यादव जेड श्रेणी की सुरक्षा घेरे में रहेंगे। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) के सुप्रीमो जीतन राम मांझी की सुरक्षा में तैनात सीआरपीएम जवानों की संख्या कम कर दी गयी है। जेडीयू के बागी नेता शरद यादव की जेड श्रेणी की सुरक्षा हटा कर वाई प्लस कर दी गयी है।
लालू यादव की सुरक्षा कटौती पर आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर लालू जी के साथ कोई अप्रिय घटना घटी तो हम किसी को नहीं छोड़ेंगे। आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने केंद्र पर आरोप लगाया कि लालू परिवार को टारगेट किया जा रहा है और इस मुद्दे को सदन में उठाया जाएगा। आरजेडी विधायक ने एनडीए पर हमला करते हुए कहा कि उनके छूट भैय्ये नेताओं को भी बड़ी सुरक्षा दी जाती है और लालू के साथ कटौती ये कहां का इंसाफ है।
लालू यादव, जीतन राम मांझी और शरद यादव के अलावा केंद्रीय गृहमंत्रालय ने गुजरात से राज्यमंत्री हरिभाई पार्थी भाई चौधरी, सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर, जामा मस्जिद के शाही इमाम एमएसए बुखारी, दिल्ली के पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग और देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी की सुरक्षा में भी कटौती की है।