केंद्र सरकार ने एक बार फिर पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि यदि पाकिस्तान लगातार सीमा पार फायरिंग और आतंकवाद में जुटा रहेगा तो वह पिछले महीने घोषित किए गए रमजान के दौरान सीजफायर को हटाने के लिए विवश हो जाएगी।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने यहां एक प्रेसवार्ता में कहा, हमने 16 मई को रमजान के दौरान कार्रवाई रोकने का निर्णय लिया था। लेकिन पाकिस्तान की तरफ से सीमा पार से आतंकवाद फैलाने और सीजफायर उल्लंघन करने में कोई विराम नहीं दिखा है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि भारत ने हमेशा पहले हमला नहीं करने की नीति में यकीन किया है। लेकिन यदि जरूरत पड़ी तो निर्दोष नागरिकों की सुरक्षा के लिए हम जवाबी कार्रवाई करेंगे।
पाकिस्तान ने पांचवें दिन तोड़ा सीजफायर, दो जवान शहीद
पाकिस्तान ने 2003 के सीजफायर समझौते को मानने के चार दिन बाद ही इसका उल्लंघन करते हुए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलाबारी की। गोलाबारी में बीएसएफ के एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर समेत दो जवान शहीद हो गए।
पाकिस्तान ने शनिवार रात लगभग दो बजे अचानक अंतरराष्ट्रीय सीमा की अग्रिम चौकियों को निशाना बनाते हुए भारी गोलाबारी शुरू कर दी। गोलाबारी में एक पुलिसकर्मी, महिला समेत 14 लोग घायल हो गए। बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में पांच पाक रेंजर के मारे जाने और तीन चौकियों के तबाह होने की सूचना है। गोलाबारी रविवार सुबह साढ़े 11 बजे तक चलती रही। कुछ इलाकों में एक बजे तक गोले दागे गए।
इस साल गोलाबारी में 46 लोगों की मौत
इस साल अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) व एलओसी पर पाकिस्तान की गोलाबारी में मरने वालों की संख्या 46 तक पहुंच गई है। इनमें 20 सुरक्षा बलों के जवान शामिल हैं। पिछले महीने 15 से 23 मई तक कठुआ, सांबा व जम्मू जिले में पाकिस्तानी गोलाबारी में बीएसएफ के दो जवान, एक बच्चे समेत 12 लोगों की मौत हुई थी।