अर्थव्यवस्था पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सफाई के बाद एक बार फिर पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने पलटवार किया है। पीएम मोदी के शल्य वाले बयान पर सिन्हा ने जवाब देते हुए खुद को भीष्म बताया है। यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘पीएम मोदी ने अपने बयान में महाभारत के शल्य का जिक्र किया। मगर, मैं भीष्म हूं और किसी कीमत पर इकोनॉमी का चीर हरण नहीं होने दूंगा’। दरअसल, बुधवार को द इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (ICSI) के गोल्डन जुबली समारोह में मोदी ने आर्थिक नीतियों पर हो रही आलोचना का आंकड़ों के साथ जवाब दिया था। साथ ही मोदी ने कहा था कि कुछ लोग ‘शल्य’ प्रवृत्ति के हैं, जिनकी आदत निराशा फैलाने की होती है और ऐसे लोगों की पहचान करना काफी जरूरी है। पीएम मोदी के इस बयान पर ही यशवंत सिन्हा ने खुद को भीष्म करार दिया और कहा कि वो देश की अर्थव्यवस्था का चीर हरण नहीं होने देंगे।
यूपीए मुद्दा नहीं
यशवंत सिन्हा ने पीएम मोदी के उस बयान पर भी टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने अर्थव्यवस्था को लेकर यूपीए सरकार के उदाहरण दिए थे। पीएम मोदी ने कहा था पिछली सरकार के 6 साल में 8 बार ऐसे मौके आए जब विकास दर 5.7 प्रतिशत या उससे नीचे गिरी। यशवंत सिन्हा ने यूपीए सरकार की नाकामी गिनाने वाले इस बयान पर कहा कि दोनों सरकारों की तुलना करना कोई मुद्दा नहीं है। सिन्हा ने कहा, ‘जनता ने यूपीए को सरकार से बाहर कर दिया है। अगले चुनाव में जनता मौजूदा सरकार के काम के आधार पर टेस्ट करेगी’। बता दें कि अटल सरकार में मंत्री रहे यशवंत सिन्हा पहले भी नोटबंदी और जीएसटी को लेकर मोदी सरकार की आलोचना कर चुके हैं। उनके बाद एक और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने भी मोदी सरकार को आर्थित नीति पर घेरा था। शौरी ने नोटबंदी के फैसले को मनी लॉन्ड्रिंग करार दिया था। हर तरफ से हो रही आलोचना के बाद पीएम मोदी ने बुधवार को आंकड़ों के साथ जवाब दिए थे।