मोदी सरकार में पुरुषों का वर्चस्व भले ही दिखे लेकिन अहम पदों पर महिलाओं की उपस्थिति भी देखने को मिलती है और इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार के मंत्रिमंडल में विस्तार कर एक कदम और आगे पहुंचाया है। रविवार को निर्मला सीतारमण को देश का रक्षामंत्री बना दिया गया है। अब स्थिति यह है कि केंद्र सरकार की सबसे सीनियर टीम में दो पद महिलाओं के पास हैं। ये नाम हैं सुषमा स्वराज और निर्मला सीतारमण का। इसके अलावा स्मृति ईरानी और उमा भारती के पास भी केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण मंत्रालय हैं। निर्मला सीतारमण अभी तक वाणिज्य मंत्रालय का कामकाज देख रही थीं। लेकिन अब उन्हें वहां से मुक्त करके रक्षा मंत्रालय दे दिया गया है। निर्मला सीतारमण देश की पहली महिला रक्षामंत्री हैं और इस दृष्टि से भी उनकी ताजपोशी ऐतिहासिक है। इससे पहले इंदिरा गांधी ने यह मंत्रालय भी प्रधानमंत्री रहते हुए संभाला था लेकिन पूर्णकालिक रूप से रक्षामंत्री बनने वाली वो पहली महिला हैं। दूसरा नाम पार्टी में पहली पंक्ति का नाम है और वो है सुषमा स्वराज का। उनके जैसा वक्ता और प्रभावशाली व्यक्तित्व पार्टी में दूसरा मिलना मुश्किल ही है। संसद भवन से लेकर राजनीति तक सुषमा का कद खासा बड़ा है। वो विदेश मंत्रालय जैसा अहम दायित्व संभाल रही हैं।
इस मंत्रिमंडल विस्तार में माना जा रहा था कि स्मृति ईरानी के पास से कोई एक मंत्रालय लिया जा सकता है। स्मृति ईरानी के पास कपड़ा मंत्रालय तो है ही साथ ही वो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भी देख रही हैं। लेकिन कयासों से उलट दोनों ही मंत्रालय ईरानी के पास बनाए रखे गए हैं और वो दोनों का कामकाज संभालती रहेंगी। हालांकि पहले स्मृति ईरानी के पास मानव संसाधन मंत्रालय जैसा अहम दायित्व था लेकिन बाद में यह उनसे ले लिया गया था और उन्हें कपड़ा मंत्रालय दे दिया गया था। लेकिन स्मृति का कद छोटा हुआ है, इस बात को उन्हें सूचना प्रसारण मंत्रालय दिए जाने ने गलत साबित कर दिया है। यह अहम विभाग भी वही संभाल रही हैं। चौथा चेहरा हैं उमा भारती। हालांकि उमा भारती का कद और दमखम अब वैसा नहीं है जैसा कभी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उनका रहा है, बावजूद इसके उनके पास नमामि गंगे जैसी अहम ज़िम्मेदारी थी। अभी भी कैबिनेट विस्तार के बाद उन्हें मोदी के दिल के करीब माना जाने वाला सफाई मंत्रालय सौंपा गया है।