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मेरा कोच साथ हो तो मैं किसी को भी हरा सकता हूंः सागर नर्वत

शुक्रवार को बारिश ने विराट कोहली की टीम को ऑस्ट्रेलिया पर आखिरी टी-20 मुकाबले में जीत दर्ज करने से भले ही रोक दिया हो, लेकिन फिलीपींस में भारत के युवा प्रोफेशनल मुक्केबाज सागर नर्वत को कोई नहीं रोक पाया। फिलीपींस के मशहूर प्रोफेशनल बॉक्सर मैनी पैकियाओ के गढ़ में भारत के सागर नर्वत ने वो कर दिखाया, जिसका सपना बड़े मुक्केबाज देखते हैं। विदेशी धरती पर अपनी पहली फाइट में सागर ने मेजबान देश के धाकड़ बॉक्सर जुन मामो को धूल चटा दी।

विदेशी धरती पर अपनी पहली फाइट के लिए उतरना सागर के लिए किसी भी लिहाज से आसान नहीं था। जुन मामो की गिनती फिलीपींस के दमदार बॉक्सर में होती है। उन्हें वहां के ‘आइरन मैन’ के नाम से जाना जाता है। इस दौरान दोनों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली।

सागर ने इस मुकाबले को 39-37, 39-37, 38-38, 39-36 से जीत दर्ज की। फिसीपींस में आजतक से खास बातचीत में सागर ने बताया कि मामो को हराना बेहद मुश्किल काम था। उनका एक-एक पंच ऐसे लग रहा था, मानो कोई सिर में हथौड़ा मार रहा हो, लेकिन सागर ने डिफेंस और अटैक से इस मुकाबले को जीत लिया। मुकाबला जीतने के बाद वो काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं और सागर ने इस जीत का  श्रेय अपने कोच रोशन नथेनियल को दिया। सागर ने कहा कि ‘मेरा कोच साथ हो तो मैं किसी को भी हरा सकता हूं।’

कोच रोशन नथेनियाल ने अपने शिष्य की जीत से बेहद खुश हैं। आजतक से खास बातचीत में रोशन ने कहा कि कड़ी मेहनत के बाद यह जीत हासिल हुई है। यह काफी मुश्किल फाइट थी। सागर ने अपने पंच सही टार्गेट में मारे, जिसकी वजह से उन्हें जीत हासिल हुई है। आने वाले समय में इस जीत की लय को बरकार रखने की कोशिश करेंगे। प्रो बॉक्सिंग में अपने योगदान के लिए रोशन को फिलीपिंस की तरफ से WBO एशियन ट्रेनर लाइसंस फ्री दिया गया है, जो किसी भारतीय बॉक्सिंग कोच के लिए बड़ी गर्व की बात है।

देश के पहले प्रोफेशनल मुक्केबाज रहे धर्मेंद्र सिंह यादव का कहना है कि सागर नर्वत की इस जीत से युवा मुक्केबाजों का हौसला बढ़ेगा। देश में जगह-जगह प्रोफेशनल मुक्केबाजी शुरू हो चुकी है, जिसका असर आने वाले दिनों दिखेगा। सबसे बड़ी बात यह कि इससे बॉक्सिंग में कॅरियर के विकल्प खुलेंगे। जिन खिलाड़ियों को नौकरी नहीं मिल पाई। वो प्राइवेट कोचिंग से पैसा कमा पाएंगे और प्रो बॉक्सिंग का स्तर में सुधार सकते हैं। इसके अलावा धर्मेंद्र ने कहा कि बॉडी कॉन्टेक्ट वाले खेलों में मेजबान खिलाड़ी को शिकस्त देना बहुत बड़ी बात होती है। इसलिए सागर की यह जीत कई मायनों में बेहद खास है।

सागर नर्वत की इस जीत पर देश को गर्व है, लेकिन देश में अमेच्योर और प्रो बॉक्सिंग को एक लंबा रास्ता तय करना है। सरकार को ऐसी नीति बनाने की जरुरत है, जिससे हाशिए पर चल रहे कोच और खिलाड़ियों को फायदा मिले। इससे देश में खेलों के स्तर को सुधारने में मदद मिलेगी।

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