मिल्खा सिंह की जगह फरहान अख्तर की फोटो छपने के विवाद पर तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि विवादित किताब न तो सरकार ने छापी है और न ही सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रम का हिस्सा है. पार्टी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने पार्टी की ओर से सफाई देने के बाद ये भी कहा है फिर भी सरकार निजी प्रकाशक को तलाश रही है.
दरअसल, इस मामले को खुद फरहान अख्तर ट्विटर के माध्यम से सरकार के सामने उठाया था. इसके जवाब में ट्वीट करते हुए तृणमूल सांसद डेरेक ने लिखा, “फरहान को धन्यवाद है कि उन्होंने मिल्खा सिंह की गलत तस्वीर का मुद्दा उठाया. राज्य के शिक्षा मंत्री से मैंने बात की. उन्होंने बताया कि ये सरकारी स्कूलों की किताब नहीं है और न ही इसका प्रकाशन सरकार ने किया है.”
तृणमूल सांसद ने यह भी लिखा, “ हम उस प्रकाशक तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि इस गलती को सुधारा जा सके.” सांसद के इस जवाब पर फिल्म अभिनेता फरहान ने भी धन्यवाद दिया है.
फरहान ने ट्वीट में लिखा, “ आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद. आपको इस कारण से टैग किया था क्योंकि आप शिक्षा को गंभीरता से लेते हैं.” गलत तस्वीर का मुद्दा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. मिल्खा सिंह को फ्लाइंग सिख के नाम से जाना जाता है. वे 1958 के कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय हैं. 2013 में उन पर ‘भाग मिल्खा भाग’ नाम से फिल्म बनी थी. इस फिल्म में मिल्खा का किरदार फरहान अख्तर ने निभाया था.