भारत-यूरोपीय यूनियन शिखर बैठक नई दिल्ली में शुक्रवार को शुरू हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूरोपियन काउंसिल के अध्यक्ष डोनाल्ड फ्रैंकसिजेक टस्क और यूरोपियन कमिशन के अध्यक्ष जीन जंकर से मुलाकात की। यूरोपियन कमिशन के अध्यक्ष जीन जंकर ने भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार व्यवस्था पर भी सहमति बनने की उम्मीद जताई है। इस पर दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से बातचीत चल रही है लेकिन अभी तक सहमति नहीं बन पाई है।
दोनों पक्षों में खास कर वाहनों पर शुल्क में कटौती जैसे कई मुददों पर खींचतान जारी है। यूरोपीय संघ के कुछ सदस्य देश प्रस्तावित व्यापक आधार वाले व्यापार और निवेश समझौते (बीटीआईए) में ऑटोमोबाइल क्षेत्र में शुल्क में बड़ी कटौती के लिए जोर दे रहे हैं। इस बैठक में भारत और यूरोपीय संघ के बीच रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने पर चर्चा हुई। इसके अलावा भारत के विकास के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर बात हुई। इसके बाद शुक्रवार शाम को इंडिया-ईयू बिजनस फोरम की भी बैठक होगी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी यूरोपियन काउंसिल और यूरोपियन कमिशन के अध्यक्ष से मुलाकात की।
यूरोपीय संघ द्विपक्षीय व्यापार में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। साल 2016 में ईयू के साथ करीब 88 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। इसके अलावा, ईयू भारत के निर्यात का भी सबसे बड़ा केंद्र है। भारत ने यूरोप से 2000-2017 के दौरान करीब 83 अरब डॉलर का विदेशी प्रत्यक्ष निवेश प्राप्त किया। यह देश के कुल विदेशी प्रत्यक्ष निवेश का 24 फीसदी है। भारत और यूरोपीय यूनियन 2004 से रणनीतिक साझेदार रहे हैं। 13वीं इंडिया-ईयू शिखर बैठक पिछले साल 30 मार्च को ब्रसेल्स में हुई थी। पीएम मोदी उस वक्त ब्रसेल्स के दौरे पर थे।
बता दें कि यूरोपीय यूनियन में 28 देश शामिल हैं।