चंदनकियारी स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्रा रुख़सार खातून ने गुरुवार शाम दुपट्टा के सहारे फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली । घटना की सूचना मिलते ही परिजन व ग्रामीण विद्यालय पहुंचे। हंगामे के बीच परिजनों ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने हॉस्टल के कमरे से तीन पेज का सुसाइड नोट भी जब्त किया है।
एसडीओ चास सतीश चंद्र, दंडाधिकारी अरुणा कुमारी, सीओ चंदनकियारी डॉ प्रमोद राम ने घटना की जांच कर कारवाई का आश्वासन दिया। बताते हैं कि सीओ चंदनकियारी ने मोबाइल के कैमरे से सुसाइड नोट की तस्वीर भी ली है। एसडीओ चास ने स्कूल की छात्रा, रूम पार्टनर, वार्डन व शिक्षिका से अलग-अलग बयान लिया। छात्रा के पिता से भी जानकारी ली गई।
दोपहर का खाना नहीं खाया था:
कुमीरडोवा पंचायत के सुतरीबेड़ा निवासी अली हुसैन अंसारी की 14 वर्षीय पुत्री रुख़सार खातून ने कमरा नंबर 19 में फांसी लगाकर जान दे दी। रूम पार्टनर के अनुसार रुख़सार गत तीन दिन से काफी उदास थी। उसने गुरुवार को दोपहर का खाना भी नहीं खाया था। उसने अगल-बगल के कमरे में जाकर सहपाठियों को सॉरी भी कहा था। रूमपार्टनर के अनुसार एक शिक्षिका प्रतिदिन रुख़सार को अपने पास बुलाती थी।
शिक्षिका की गिरफ्तारी पर अड़े अभिभावक
देर रात एसडीओ ने जांचकर दोषियों पर नियम संगत कार्रवाई का आश्वासन देने के बावजूद अभिभावक डटे रहे। प्रताड़ित करनेवाली दोनों शिक्षिका की गिरफ्तारी व उचित मुआवजा की मांग करते रहे। इस पर एसडीओ ने लिखित शिकायत करने की अपील की तो अभिभावक ने प्रशासन पर अपने स्तर से एफआइआर दर्ज करने का मांग की।
रुख़सार को शिक्षिका ने धमकाया था
कमरा संख्या 19 में रहने वाली जबा कुमारी, देवंती कुमारी,अफ़साना खातून,शांतो कुमारी, उपासी कुमारी, कंचन कुमारी, माधुरी कुमारी, रूमा कुमारी, प्रिया कुमारी, लक्ष्मी कुमारी व हामिदा ने बताया कि कस्तूरबा की एक शिक्षिका क्लास में पढ़ाने के बाद समझाती नहीं हैं, इसकी शिकायत रुख़सार ने वार्डन के समक्ष किया था। इसके बाद गुरुवार को उक्त शिक्षिका ने रुख़सार को धमकाया था।
कब हुई घटना :
गुरुवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे एसेंबली में रुख़सार अनुपस्थित थी। जब एसेंबली के बाद छात्राएं अपने रूम में पहुंचीं तो रूम अंदर से बंद था। खिड़की से देखा तो रुख़सार ने दुपट्टे का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली थी। तुरंत दरवाजा तोड़ा गया और वार्डन, शिक्षिका एवं छात्राओं ने शव को नीचे उतारा और चिकित्सक को सूचित किया। जांच के बाद चिकित्सक ने रुख़सार को मृत घोषित किया।
ईद के मौके पर घर गई थी:
रुख़सार के इस कदम से पिता अली हुसैन अंसारी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। उन्होंने बताया कि ऑटो चलाकर वह परिवार चलाते हैं। बेटी के लिए प्रतिदिन सौ रुपये जमा करते हैं। आज बेटी नहीं रही तो मेरे सपना चकनाचूर हो गया। वह ईद के मौके पर घर आई थी। इसी रविवार को मुलाकात करके गए तब भी लड़की ने कुछ नहीं बताया था।