सीएम ने जताया शोक, मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रूपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा
पटना: बेगूसराय जिले के सिमरिया धाम में शनिवार की सुबह कार्तिक पूर्णिमा स्नान के दौरान मची भगदड़ से चार लोगों की मौत हो गई है। जबकि दर्जनों लोग घायल हो गये है। हालांकि प्रशासन ने दो लोगांे के मरने की पुष्टि की है। इससे अलग प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया कि मरने वालों में से दो लोगों के शव को नदी में बहा दिया गया।
मालूम हो कि बेगूसराय के सिमरिया धाम में शनिवार को कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। सिमरिया धाम में प्रत्येक वर्ष कार्तिक महीने में कल्पवास मेले की परंपरा रही है। लेकिन इस बार सिमरिया में कल्पवास मेले के साथ ही तुर्लाक महाकुंभ का भी आयोजन किया गया है। बावजूद इसके जिला प्रशासन के द्वारा महाकुंभ के अनुसार सुरक्षा सहित किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है। बगैर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के कार्तिक महीने में कल्पवास मेला के साथ तुर्लाक महाकुंभ का आयोजन करने का परिणाम है कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर स्नान के दौरान मची भगदड़ में चार लागों की मौत। पिछले कई दिनों से कुंभ को लेकर सिमरिया धाम में काफी भीड़ उमड़ रही थी। इसी दौरान शनिवार को काली मंदिर के पास सीढ़ी घाट पर भगदड़ मच गई, जिसमें एक श्रद्धालु की मौत की बात प्रशासन कर रही है।
मालूम हो कि हिंदू धर्म में प्राचीनकाल से ही कार्तिक पूर्णिमा का काफी महत्व रहा है। शास्त्रों में इस दिन गंगा स्नान का काफी महत्व बताया गया है। कार्तिक पूर्णिमा का पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। इस अवसर पर बिहार में गंगा घाटों पर लाखों श्रद्धालु स्नान के लिए इकट्ठा होते हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बेगूसराय जिले के सिमरिया घाट पर गंगा स्नान के दौरान हुए हादसे में तीन महिलाओं की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। श्री कुमार ने अपने शोक संदेश में इस घटना को अत्यंत दुखद बताया और मृत लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने दुख की इस घड़ी में मृतक के शोक संतप्त परिजनों को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। श्री कुमार ने मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रूपये अनुदान राशि देने तथा हादसे में घायलों का नि.शुल्क इलाज कराने का निर्देश दिया है।