पटना/ संवाददाता।
बिहार में बहुत जल्द ही 3000 नये एएनएम नियुक्त की जायेंगी। इसकी घोषणा गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने की। उन्होंने कहा कि सरकार ने डॉक्टर्स के साथ-साथ एएनएम की बहाली का भी फैसला लिया है ताकि सरकारी अस्पतालों की सूरत बदल सके। एएनएम की बहाली के साथ-साथ ही राज्य के अस्पतालों में अब मरीजों को दिया जाने वाला खाना मरीजों से पहले सिविल सर्जन खाएंगे उसके बाद ही ये रोगियों को परोसा जायेगा। अस्पतालों से कोई भी शव अब रिक्शा या ठेला पर नहीं ले जाया जाएगा बल्कि उसके लिए स्वास्थ विभाग व्यवस्था करेगी।
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने ऐलान किया है कि अगले वित्तीय वर्ष से प्रदेश के अस्पतालों की रूप रेखा बदल जाएगी। मंगल पाण्डेय ने भी अपने विभाग की समीक्षा की और दावा किया कि बिहार के 11 करोड़ लोगों को बेहतर स्वास्थ सेवाएं दी जाएंगी। अपने विभाग की समीक्षा में स्वास्थ्य मंत्री ने 34 नए सुधार करने की बात कही। इन सुधारों में मरीजों के खाने की गुणवत्ता का मुद्दा सबसे उपर है। स्वास्थ्य मंत्री ने दावा किया कि अगले वित्तीय वर्ष से अस्पतालों की रूरेखा बदल जाएगी। वहां जरूरी दवाएं, साफ-सफाई, एंबुलेंस सहित समय पर डॉक्टरों की नियुक्ति भी कर दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने सिविल सर्जनों पर नकेल कसते हुए उन्हें भी कई जिम्मेदारियां भी दी। मंत्री ने बताया कि अब तक बिहार में 49 शव वाहन हैं। दावा ये किया गया है कि पुरानी एंबुलेंस गाड़ियों को शव वाहन में तब्दील कर दिया जाएगा। उसके बाद शव वाहनों की संख्या 100 हो जाएगी।