पटना (धर्मेंद्र प्रताप ) : मधुबनी के कलुआही प्रखंड स्थित मलमल उत्तर के डीलर संजय कुमार सिंह के मनमानी से राशन किरासन उपभोगता परेशान हैं, लेकिन जिला प्रशासन कोई सम्यक कार्रवाई नहीं कर रही है। प्रशासनिक उदासीनता का लाभ उठाकर अब वह वहां के सरपंच आशुतोष कुमार को जान से मार डालने की धमकी भी दे डाली है। इस मामले को लेकर सरपंच ने प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को एक पत्र भी लिखा है।
3 नवंबर 2017 को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि उक्त डीलर के मनमानी और राशन किरासन वितरण में व्याप्त धांधली को लेकर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी समेत अनुमंडल लोक जन शिकायत निवारण पदाधिकारी सदर मधुबनी से इसकी लिखित शिकायत की थी। उन्होंने यह भी लिखा है कि उनके इसी पत्र के प्रतिक्रिया में डीलर ने जिसके कारण 1 नवंवर 2017 को जब वे अपनी मोटरसाइकिल से घर जा रहे थे तो रास्ते में राढ़ चौक के समीप संजय के गुर्गे ने उनकी बाइक रोक कर उनके गले में गमछा बांध दिया और उन्हें भद्दी-भद्दी गलियां दी।
मामला यहीं तक नहीं रहा। संजय के गुर्गे ने उस दिन वो भी किया जो कानूनन अपराध है। कहने का मतलब यह कि उसने उस जनप्रतिनिधि से एक आवेदन लिखवाकर उसपर उससे हस्ताक्षर भी करवा लिए और यह तब हुआ जब इन्होंने अपना आवेदन वापस लेने से इंकार कर दिया। अपराधियों का कहना था कि तुम संजय डीलर के खिलाफ लिखे आवेदन वापिस ले लो। बात यहीं तक रह जाती तो समझ में आती है, लेकिन सो हुआ नहीं। उसने जाते-जाते सरपंच को जान से मार डालने की धमकी भी दे गया।
इधर इस मसले को लेकर जब यह प्रतिनिधि मधुबनी के अनुमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि यह विभागीय मसला है जो विभाग से तय होते हैं, पोलिटिकल मसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त की जाती है। अब यह कोई उन्हें कैसे समझाए कि उनसे कोई पत्रकार उनके विभागीय पहलू पर ही प्रतिक्रिया लेगा न कि पोलिटिकल।
मजे की बात यह है कि 12 जनवरी 2018 को उन्हीं के कार्यालय से जारी पत्र में उक्त डीलर संजय कुमार से स्पष्टीकरण पूछते हुए कहा गया है कि आप अपने कर्तव्यों के प्रति गैर जिम्मेदार, लापरवाह एवं स्वेच्छाचारी रहे हैं, अतएव क्यों नहीं आपके विरुद्ध क़ानूनी कार्रवाई किया जाय। इसका जवाब 24 घंटे के अंदर दें।
इधर इस प्रकरण को लेकर हुई बातचीत में कलुआही के आपूर्ति पदाधिकारी राजन वर्मा ने कहा कि इस मामले को लेकर वे 3 फरवरी को अनुमंडल पदाधिकारी को अपना मंतव्य देंगे।