पटना : अस्पताल का नाम सुनते ही आपके आँखों के सामने कोई बीमार इन्सान अस्पताल के बेड पर सोया हुआ नजर आने लगता है। लेकिन आपकी यह कल्पना बिहार में बदल सकती है। बिहार के एक अस्पताल की ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसमें अस्पताल के बेड पर मरीज के साथ कुत्ते भी सोये हुए हैं। यह तस्वीर बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवालिया निशान खरा करता है।
मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल का कुछ तस्वीर सामने आया है जिसमें अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में मरीजों के बेड पर कुत्ते सोते हुए नजर आ रहे हैं। सूत्रों की माने तो यह तस्वीर कुछ ही दिन पहले अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती एक मरीज के सहायक ने अपने मोबाइल पर खींची है, जिसके बाद यह तस्वीर वायरल हो गया है।
यहां के सदर अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में रात होते ही पेशेंट्स के बेड पर आवारा कुत्तों का आतंक मच जाता है। बेड पर मरीज की जगह कुत्ते आराम करते हैं। हालांकि, वार्ड में मरीज भी एडमिट हैं। लेकिन, रात होते ही कई कुत्ते वार्ड में घुस कर बेड पर चढ़ जाते हैं। काटने के डर से मरीज या उनके परिजन कुत्तों को भगाने की भी हिम्मत नहीं दिखा पाते। परिजनों को रात में जाग कर मरीजों की सुरक्षा करनी पड़ती है। ठंड लगने पर कई बार तो कुत्ते बेड पर सोए मरीजों के बिस्तर में घुस जाते हैं।
हॉस्पिटल का निरीक्षण करने आए डीएम धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि ओपीडी और वार्ड में कुछ कमी पाई गई है। लोगों की शिकायत थी कि मीनू के अनुसार खाना नहीं मिलता और चादर समय पर नहीं बदला जाता। जो कमी पाई गई उसके लिए जिम्मेदार लोगों पर चिन्हित किया गया है। वार्ड में पशुओं के आने-जाने के मामले में पूछताछ की गई है। डीएस का कहना है कि ये पहले के फोटो हैं। पहले का फोटो हो या कुछ और, रात में निगरानी रखी जानी चाहिए। पशुओं को वार्ड में आने नहीं दिया जा सकता। बिल्डिंग इंजीनियर को निर्देश दिया गया है कि वे वार्ड की सुरक्षा के लिए जरूरी उपाय करें। वार्ड अटैंडेंट, सुरक्षाकर्मी और हॉस्पिटल मैनेजर की ड्यूटी है कि इसे देखें। उन्हें प्रतिदिन इसकी निगरानी रखनी है।