पटना : बिहार के मुजफ्फरपुर के मशहरी में आठ दिनों से मुशहरी फीडर क्षेत्र में बिजली आपूर्ति नहीं होने से परेशान लोगों का आक्रोश इतना बढ़ गया कि रविवार को क्षेत्र भ्रमण को निकले बोचहां विधायक बेबी कुमारी ओर कुढ़नी विधायक केदार गुप्ता को छपरा- माड़ीपुर की सीमा पर बंधक बना लिया. सुबह 10 बजे से दो बजे तक दोनों विधायक बंधक बने रहे. एस्सेल के अधिकारियों के पहुंचने व सकारात्मक आश्वासन देने पर उन्हें मुक्त किया गया.
सबसे पहले बोचहां विधायक व उनके प्रतिनिधि सतीश कुमार को लोगों ने घेरा. उसके कुछ देर बाद पहुंचे कुढ़नी विधायक को भी घेर लिया. लोगों का कहना था कि 19 अगस्त से ही उनकी बिजली बाधित है. जिन क्षेत्रों में बाढ़ का पानी नहीं है, वहां तत्काल मारकन फीडर से बिजली दी जाये. बेबी कुमारी ने एस्सेल के प्रोजेक्ट हेड पी राजेश्वर राव से बात की. मारकन फीडर से आपूर्ति बहाल करने को कहा. इसके बाद उन्होंने एस्सेल के टेक्निकल एडवाइजर विजय अग्रवाल से बात की.
हद तो यह कि टेक्निकल एडवाइजर ने इसमें लगने वाले अतिरिक्त तार व पोल के खर्च विधायक को अपने कोष से करने को कहा. इससे नाराज विधायक ने डीएम को कॉल कर पूरी जानकारी दी. इधर एनबीपीसीएल के हेड जयशंकर झा ने कुढ़नी विधायक को फोन पर कहा कि मारकन फीडर से मुशहरी को विद्युत देने पर उन्हें कोई आपत्ति नही है. डीएम को सूचना के बाद प्रशासन हरकत में आया. एसआइ प्रमोद सिंह पुलिस बल के साथ पहुंचे. एस्सेल के सहायक अभियंता विजय शुक्ला, अन्य अधिकारियों के साथ पहुंचे. बाढ़ से बचे अन्य पंचायतों में पोल-तार की व्यवस्था कर सोमवार को आपूर्ति बहाल कर दी जायेगी. लोगों ने दो बजे दिन में विधायकों को मुक्त किया.
बंधक बनाने वालों में मुखिया संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रियदशर्नी शाही उर्फ मन्नू शाही, मुखिया रंजन कुमार, कालिकांत झा, सरपंच यशवंत कुमार, पैक्स अध्यक्ष राजेश शर्मा, लखिन्द्र साह, रामबली महतो, उमाशंकर चौधरी, विनोद महतो, रामचंद्र सिंह, अनिल सिंह, कौशलेश शर्मा आदि शामिल थे. कुढ़नी प्रखंड के तीन पंचायतों में आपूर्ति बहाल हो गयी लेकिन मुशहरी में नहीं हो सकी.