नई दिल्ली। पब्लिक और प्रायवेट सेक्टर के कई बड़े बैकों में बचत खातों पर ब्याज दर में कमी कर दी है। नोटबंदी के बाद सरप्लस मनी बढ़ने और महंगाई में कमी को इसका कारण बताया जा रहा है। जानें उन बैंकों के बारे में जिन्होंने बचत खातों पर ब्याज दरों में कमी की गई है।
1. एसबीआई: बचत खातों पर ब्याज में कमी की शुरुआत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने की थी। SBI ने बीते दिनों इस ब्याज में 0.5 प्रतिशत की कटौती की थी। अब तक एसबीआई 1
करोड़ तक की राशि वाले बचत खातों पर 4 प्रतिशत की दर से ब्याज देता था लेकिन कटौती के बाद अब यह दर 3.5 प्रतिशत रह गई है। हालांकि 1 करोड़ से ऊपर के बैलेंस
वाले बचत खातों पर ब्याज दरें पहले की तरह यथावत रहेंगी।
2. येस बैंक: नई व्यवस्था के तहत यह बैंंक 1 लाख रुपए से कम की जमा पर अब 5 फीसद ब्याज देगा। पहले यह दर छह फीसद थी। एक लाख से एक करोड़ की जमा पर पहले
की तरह छह फीसद ब्याज मिलता रहेगा। बैंक एक करोड़ से ज्यादा की जमा पर पहले 6.5 फीसद ब्याज देता था, जिसे घटाकर अब 6.25 फीसद कर दिया गया है।
3. बैंक ऑफ बड़ौदा: बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी इस दिशा में कदम उठाया है। यहां भी सेविंग्स बैंक अकाउंट इंटरेस्ट रेट को लेकर दो तरह की पॉलिसी अपनाई गई है। 50 लाख रुपए
तक के बैलेंस वाले खातों पर ब्याजदर 4 फीसद से घटाकर 3.5 फीसद कर दी गई है। हालांकि इससे ज्यादा बैलेंस वाले खातों पर 4 फीसद ब्याज मिलता रहेगा।
4. एक्सिस बैंक: यहां 50 लाख रुपए तक के बैलेंस वाले खातों पर ब्याज दर में 0.5 फीसद की कटौती कर इसे 3.5 फीसद कर दिया गया है। 50 लाख रुपए से ज्यादा के बैलेंस पर
4 फीसद ब्याज मिलता रहेगा।
5. इंडियन बैंक: इस बैंक में अब 50 लाख रुपए से ज्यादा जमा वाले बचत खातों पर 4 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है, जबकि इससे कम की राशि पर साढ़े तीन फीसद ब्याज रखा
गया है