दुनिया के सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक लगातार विवादों में फंसता जा रहा है। कैम्ब्रिज एनालिटिका द्वारा डाटा लीक होने के बाद से ही एक के बाद एक कई विवाद खड़े हुए। अभी हाल ही मेंं फेसबुक ने खुद स्वीकार किया था कि उसने ओप्पो, हुवावे समेत 4 चाइनीज कंपनियों को यूजर्स को डाटा पैसे लेकर दिया।
वहीं अब खबर है कि फेसबुक के करीब 14 मिलियन यानि 1 करोड़ 40 लाख यूजर्स का निजी डाटा पब्लिक हो गया है, हालांकि फेसबुुक ने कहा है कि ऐसा एक बग के कारण हुआ है, उसने जानबूझकर डाटा पब्लिक नहीं किया है।
फेसबुक ने इसे लेकर खेद भी जताया है। फेसबुक ने अपने एक बयान में कहा है कि बग के कारण ये गड़बड़ियां 18 मई से 27 मई 2018 के बीच हुईं थीं। कंपनी के प्राइवेसी आॅफिसर ईरिन इग्न ने अपने एक बयान में सॉफ्टवेयर में खराबी की बात स्वीकार की है।
ईरिन इग्न ने आगे कहा, ‘हमने बग को फिक्स कर दिया है और हम लोगों को सलाह देते हैं कि इस अवधि में उन्होंने जो भी पोस्ट शेयर किए हैं वे अपने पोस्ट का रिव्यू कर लें। हम यहां यह भी साफ कर देना चाहते हैं कि 18 मई से पहले शेयर किए गए फेसबुक पोस्ट में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं है। इस बग के कारण लोगों को हुई परेशानी के लिए हम माफी मांगते हैं।’
बता दें कि इससे पहले माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने भी अपने सभी यूजर्स को पासवर्ड बदलने की सलाह दी थी। कंपनी ने अपने ट्वीट में कहा था कि कि एक बग के कारण सभी यूजर्स के पासवर्ड टेक्स्ट फॉर्म में सेव हो गए हैं।