गुवाहाटी- दो अफ्रीकी टीमों, दो बार के चैंपियन घाना और मौजूदा उप विजेता माली के बीच शनिवार को इंदिरा गांधी एथलेटिक्स स्टेडियम में फीफा अंडर-17 विश्व कप के पहले क्वार्टर फाइनल मुकाबले में भिड़ंत होगी।
घाना की टीम 1991 और 1995 में विजेता रही है। हालांकि, अंडर-17 अफ्रीका कप ऑफ नेशंस के फाइनल में घाना को माली ने 1-0 से मात दी थी और अब घाना की टीम इस हार का बदला चुकता करने के लिए बेताब होगी। एकजुट डिफेंसिव इकाई के अलावा घाना के स्ट्राइकरों की रफ्तार भी माली की टीम को परेशानी में डालेगी। हालांकि, घाना को अपने समर्थकों का भी सहयोग मिलेगा जो अभी तक टूर्नामेंट के सभी स्थलों में दिखाई दिए हैं। पदार्पण कर रही नाइजर की टीम र प्री क्वार्टर फाइनल में 2-0 की जीत के बाद सैमुअल फैबिन के खिलाडिय़ों ने अपने प्रशंसकों के साथ जीत का जश्न मनाया। ग्रुप ‘ए’ में शीर्ष पर रहने वाली घाना ने अपने कप्तान इरिक अयाह के दो गोलों से अंतिम आठ में आसानी से प्रवेश किया। अयाह ने शानदार तरीके से टीम की अगुआई की है और वह टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर में से एक हैं। निश्चित रूप से उनके प्रदर्शन पर भी सभी की निगाहें लगी होंगी। ग्रुप में घाना शीर्ष पर रहा था, जबकि माली को दूसरा स्थान हासिल हुआ था।
मजबूत डिफेंस ने घाना को यहां तक पहुंचाया है जिसमें नजीब याकुबु और गिदोन मेंसाह की जोड़ी का योगदान भी रहा है। घाना ने अभी तक खेले अपने मैचों में सिर्फ एक गोल ही खाया है। हालांकि, घाना की टीम को मैच जीतने के लिए माली के डिफेंस में सेंध लगानी होंगी।
वहीं, माली की टीम इराक पर प्री-क्वार्टर फाइनल में 5-1 से बड़ी जीत के बाद आत्मविश्वास से भरी हुई है। माली के लसाना एनडियाए टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म में है और वह अभी तक चार मैचों में चार गोल दाग चुके हैं। टीम को घाना के खिलाफ भी लसाना से ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद होगी। हालांकि, टूर्नामेंट में पांच गोल खा चुकी माली की टीम को अपने डिफेंस को मजबूत करने की जरूरत है और घाना के खिलाफ उन्हें इस पर अच्छे से रणनीति बनानी होगी।