शुक्रवार (छह अक्टूबर) से फीफा अंडर-17 फुटबॉल विश्व कप शुरू हो रहा है। इस साल फीफा अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी भारत कर रहा है। मेजबान देश होने के कारण भारत को मुकाबले में खेलने का मौका मिला है। टूर्नामेंट के पहले दिन ही भारत का मुकाबला अमेरिका से होगा। ये मैच नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में शाम आठ बजे होगा। किसी भी आयु वर्ग में पहली बार भारतीय टीम फीफा के मुकाबले में खेल रही है। इसलिए भारत के लिए ये मुकाबला काफी अहम है। टूर्नामेंट में कुल 24 टीमें हिस्सा ले रही हैं जिन्हें छह ग्रुप (वर्ग) में बांटा गया है। देश के छह अलग-अलग शहरों में फीफा अंडर-17 विश्व कप के मैच होंगे। मुकाबले में हिस्सा ले रही 24 में से 16 टीमें दूसरे दौर में पहुंचेंगी। फीफा अंडर 17 विश्व कप का फाइनल 28 अक्टूबर को होगा। फीफा अंडर-17 विश्व कप हर दो साल पर होता है। साल 2015 में नाइजीरिया ने माली को हराकर कप जीता था। लेकिन इस बार नाइजीरिया मुकाबले के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाया।
ग्रुप ए की टीमें- भारत, अमेरिका, कोलंबिया और घाना
ग्रुप ए में शामिल घाना 1990 के दशक में दो बार फीफा अंडर-17 विश्व कप जीत चुका है। वो आखिरी बार साल 2007 में मुकाबले में चौथे स्थान पर रहा था। पिछले एक दशक में ये उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। वहीं ग्रुप ए में शामिल कोलंबिया साल 2009 में चौथे स्थान पर रहा था। इस ग्रुप की सबसे कमजोर टीम भारत ही मानी जा रही है लेकिन फीफा के मुकाबले में पहला मैच खेल रही टीम अपने घरेलू मैदान पर अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेगी। इसलिए अगर वो अटकलों को झूठा साबित कर दे तो किसी को हैरत नहीं होनी चाहिए।
ग्रुप बी की टीमें- पैराग्वे, माली, न्यूजीलैंड और तुर्की
ग्रुप बी में शामिल माली साल 2015 के फीफा अंडर-17 विश्व कप की उप-विजेता रही थी। इस ग्रुप में तुर्की भी है जो एशिया की मजबूत टीमों में शुमार होती है।
ग्रुप सी की टीमें- ईरान, गिनी, जर्मनी और कोस्टा रिका
ग्रुप सी में सबसे मजबूत टीम जर्मनी की मानी जा रही है। जर्मनी फीफा अंडर-17 विश्व कप 1985 का विजेता रहा है। साल 2007 और 2011 में वो तीसरे स्थान पर रहा था। इस ग्रुप में शामिल कोस्टा रिका की टीम पर भी सबकी नजर रहेगी। छोटे से देश कोस्टा रिका की टीम फीफा अंडर-17 विश्व कप में साल 2001 से 2007 तक चार बार क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी।
ग्रुप डी की टीमें- कोरिया डीपीआर, नाइजर, ब्राजील और स्पेन
ग्रुप डी में सबकी निगाहें ब्राजील और स्पेन की टीम पर होंगी। अपनी राष्ट्रीय टीमों की तरह अंडर-17 फुटबॉल में भी ये दोनों ही देश सबसे मजबूत दावेदार माने जाते हैं। ब्राजील अब तक तीन बार फीफा अंडर-17 विश्व कप जीत चुका है। वहीं स्पेन तीन बार फीफा अंडर-17 विश्व कप में उप-विजेता रहा है।
ग्रुप ई की टीमें- हॉन्डुरस, जापान, न्यू कैलेडोनिया और फ्रांस
ग्रुप ई में सबसे दमदार टीमें जापान और फ्रांस की मानी जा रही हैं। फ्रांस साल 2001 के फीफा अंडर-17 विश्व कप का विजेता रह चुका है। फ्रांस ने अभी साल ईपहला अंडर-17 यूरोपीय कप जीता था। ऐसे में वो इस साल भी जीत के प्रबल दावेदारों में माना जा रहा है। जापान अभी तक फीफा अंडर-17 विश्व कप नहीं जीत सका लेकिन उसके स्टार फुटबॉलर ताकेफुसा कुबो पर सबकी निगाहें रहेंगी।
ग्रुप एफ की टीमें- इराक, मेक्सिको, चिली और इंग्लैंड
ग्रुप एफ में सबसे तगड़ी टीम इंग्लैंड और मेक्सिको की मानी जा रही हैं। मेक्सिको साल 2005 और साल 2011 में फीफा अंडर-17 विश्व कप जीत चुका है। साल 2015 में मेक्सिको चौथे स्थान पर रहा था। उससे पहले साल 2013 के फीफा अंडर-17 विश्व कप में वो रजत पदक विजेता था। वहीं इंग्लैंड की टीम एंजल गोम्स, फिल फोडेन और जाडोन सांचो की तिकड़ी की वजह से सुर्खियों में है।
फीफा अंडर-17 विश्व कप के दूसरे राउण्ड के मैच 16 अक्टूबर से शुरू होंगे। दूसरे राउण्ड में केवल 16 टीमें ही पहुंच सकेंगी। अंतिम 16 टीमों में हर ग्रुप की शीर्ष दो टीमों के अलावा अपने-अपने ग्रुप में तीसरे स्थान पर रही छह टीमों में से चार शीर्ष टीमें पहुंचेंगी। इन 16 में से आठ टीमें क्वार्टर फाइनल में और उनमें से चार टीमें सेमी फाइनल में पहुंचेंगी। 16, 17 और 18 अक्टूबर को राउंड ऑफ 16 के मुकाबले होंगे। 21 और 22 अक्टूबर को क्वार्टर फाइनल मैच होंगे। 25 अक्टूबर को सेमी फाइनल मैच होंगे। 28 अक्टूबर को शाम पांच बजे कोलकाता में तीसरे स्थान के लिए मैच होगा। 28 अक्टूबर को कोलकाता में ही रात आठ बजे शीर्ष दो टीमों के बीच फाइनल होगा।