पटना : आईआरसीटीसी होटल घोटाले के मामले में लालू परिवार के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पटना में उनकी तीन एकड़ जमीन को जब्त कर ली है। लगभग 45 करोड़ रुपये की पटना की इसी जमीन पर मशहूर माल बनाया जा रहा था।
इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने शुक्रवार को आरजेडी चीफ लालू यादव की फैमिली के लारा प्रोजेक्ट से जुड़ी 3 एकड़ जमीन जब्त की। इसी जमीन पर पटना में लालू की फैमिली एक मॉल बना रही थी। जमीन का मालिकाना हक राबड़ी देवी, तेजस्वी और तेजप्रताप यादव के पास है। ईडी करीब एक महीने से रेलवे होटल टेंडर घोटाले की जांच कर रहा है। इसी सिलसिले में राबड़ी और तेजस्वी से पूछताछ हो चुकी है। आरोप है कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए रेलवे के होटल लीज पर देने में गड़बड़ी की, इसके बदले में उन्होंने सस्ते दाम पर जमीन हासिल की थी।
इस जमीन की पहले मालिक लीज पर होटल लेने वाली कंपनी ही थी। बाद में यह जमीन सरला गुप्ता के नाम पर आई और फिर लालू परिवार के पास। इसके पहले इस घोटाले के मामले में लालू और उनके रिश्तेदारों के ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की थी। सीबीआई ने समेत कई अन्य लोगों के 12 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी।
लालू पर आरोप है कि रेलमंत्री रहने के दौरान उन्होंने रांची और पुरी समेत अन्य रेलवे होटलों के विकास और मरम्मत का ठेका निजी कंपनियों को दिया था। दरअसल, रांची और पुरी के चाणक्य बीएनआर होटल रेलवे के हेरिटेज होटल थे। लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए इन होटलों को अपने करीबियों को लीज पर बेच डाला था। ये दोनों होटल अंग्रेजों के जमाने के थे, इसीलिए इसका ऐतिहासिक महत्व था, पर अब नहीं रहा क्योंकि इन होटल्स को पूरा रेनोवेटेड कर दिया गया है।
लालू प्रसाद एवं उनके परिवार के खिलाफ एक हजार करोड़ की बेनामी संपत्ति का मामला रांची और पुरी से जुड़ा हुआ है।