पटना : पुलिस प्रशासन को चुनौती देते हुए पुलिस के नाक के नीचे कलेक्टर ऑफिस में ADM के ड्राइवर के द्वारा हैवानियत की घटना को अंजाम दिया था ।जहां ड्राइवर और उसके दोस्तों के द्वारा प्रदेश से बिहार आई एक महिला को रास्ता बताने के बहाने कलेक्टर ऑफिस में लाया गया और उसके साथ युवक को बंदी बनाते हुए जमकर पिटाई की गई तथा लड़की के साथ जबरदस्ती 5 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था। घटना को अंजाम देने के बाद सभी उसे पैसे की लालच देते हुए ट्रेन में बैठा कर प्रदेश के लिए रवाना कर दिया लेकिन लड़की दर्द के कारण ट्रेन में भी जोर जोर से चिल्ला रही थी इसी वजह से मामले का पर्दाफाश हुआ और उस वक्त का सबसे चर्चित मामला रहा। तथा 1 हफ्ते के भीतर सामूहिक दुष्कर्म के दोषी सभी आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था ।जिन्हे अब विशेष पॉस्को कोर्ट के द्वारा 20 साल के कारावास और 10 हजार रूपये जुर्माने की सजा सुनाई गई है।
मिली जानकारी के अनुसार कलेक्ट्रेट सामूहिक दुष्कर्म मामले में न्यायाधीश जनार्दन त्रिपाठी के द्वारा 15 लोगों की गवाही के बाद आरोपी को 20 साल की कठोर सजा सुनाई गई है।जिसमें पूर्वी चंपारण के तुंहारा गांव के रहने वाले निक्कू कुमार और बेगूसराय के जितेंद्र पासवान शामिल है। वहीं इस मामले के एक आरोपी को नाबालिक होने के कारण इसे जेजे बोर्ड के हवाले कर दिया गया। तो इस मामले में दो आरोपी गौतम झा और विकास तिवारी को साक्ष के अभाव में बरी कर दिया गया है। आपको बताते चलें की घटना को अंजाम देने वाला जितेंद्र पासवान एडिशनल डीएम का गाड़ी चलाता था और कलेक्ट्रेट परिसर स्थित एक भवन के कमरे में रहता था जहां उसने स्टेशन से बहला फुसलाकर लड़की को लाया था तथा उसे अन्य चार दोस्तों के साथ मिलकर अपने हवस का शिकार बनाया था। घटना को अंजाम देने के बाद सभी फरार हो गए थे लेकिन मामला प्रकाश में आया और नगर थाना में सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।जिसके बाद सभी ने अपने आप को कानून के हवाले कर दिया था ।
घटना को अंजाम वर्ष 2015 के 5 जनवरी की रात को दिया गया था ।जहां आर्केस्ट्रा में काम करने वाली पश्चिम बंगाल की एक लड़की को बहला फुसलाकर कलेक्टर ऑफिस में लाया गया जहां उसके साथ पांच लोगों ने मिलकर सामूहिक दुष्कर्म किया और उसे चुप रहने के एवज में पैसे भी देने लगे तथा ट्रेन पर बैठाकर सभी ने राहत की सांस ली। लेकिन लड़की की रोने की आवाज ने इस मामले को खुलासा कर दिया और ट्रेन में बैठे लोगों ने तुरंत इस मामले की जानकारी नजदीकी थाने को तथा सभी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया। मामला दर्ज करवाते हुए लड़की ने कहा कि वह लुधियाना से सीतामढ़ी जाने के लिए निकली थी जैसे ही मुजफ्फरपुर स्टेशन पर पहुंची उसने सीतामढ़ी जाने का बस पूछा। रास्ता पूछने पर आरोपी के द्वारा उसे जंक्शन से बाहर ले जाया गया जहां कलेक्टर ऑफिस में ले जाकर उसके दोस्त को रस्सी से बांध कर जमकर पिटाई की गई तथा लड़की के साथ दरिंदगी की घटना को अंजाम दिया गया।