प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक गंभीर मामले में झारखंड की पूर्व विधायक अंबा प्रसाद और उनके करीबियों के ठिकानों पर शुक्रवार सुबह व्यापक छापेमारी अभियान शुरू किया। यह कार्रवाई राज्य के विभिन्न हिस्सों—रांची, हजारीबाग और बड़कागांव—में एक साथ की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, ईडी की एक टीम ने रांची के हरमू रोड स्थित किशोरगंज इलाके में छापेमारी की, जबकि दूसरी टीम हजारीबाग जिले के बड़कागांव में सक्रिय रही। इस छापेमारी का संबंध आरकेटीसी (RKTC) कोल ट्रांसपोर्टिंग से जुड़ी आर्थिक अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों से है।
सूत्रों के अनुसार, ईडी की नजर विशेष तौर पर अंबा प्रसाद के निजी सहायक संजीव साव, उनके करीबी सहयोगी मनोज दांगी और पंचम कुमार पर है। इन तीनों के बड़कागांव स्थित आवासों और कार्यालयों पर ईडी की टीमें दस्तावेजों और डिजिटल साक्ष्यों की तलाशी ले रही हैं।
गौरतलब है कि यह पूरा मामला कोयला परिवहन से जुड़ी आरकेटीसी कंपनी से संबंधित है, जिसमें अनियमित वित्तीय लेनदेन, फर्जी दस्तावेज और मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका जताई जा रही है। अंबा प्रसाद के पिता और झारखंड के पूर्व मंत्री योगेंद्र साव का नाम भी इस पूरे मामले से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। माना जा रहा है कि उनके कार्यकाल और प्रभाव में हुए कुछ समझौतों की भी जांच की जा रही है।
ईडी की इस कार्रवाई को झारखंड में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी सख्ती के रूप में देखा जा रहा है। जांच एजेंसी द्वारा जब्त किए गए दस्तावेजों और डिजिटल उपकरणों की जांच के बाद आने वाले दिनों में और भी नामों का खुलासा हो सकता है।
