अभी तक कहा जाता था कि पुरुष सभी तरह की एक्सरसाइज करने के मामले में महिलाओं से अधिक फिट होते हैं। इस लोकप्रिय धारणा को चुनौती देते हुए एक अध्ययन से यह जानकारी मिली है कि महिलाओं में एरोबिक एक्सरसाइज के दौरान पुरुषों की तुलना में ऑक्सीजन को प्रोसेस करने की क्षमता अधिक होती है, जो उन्हें अधिक मजबूत बनाती है।
इस अध्ययन के निष्कर्षों से पता चलता है कि ऑक्सीजन की तेज प्रोसेसिंग से महिलाओं के शरीर की कोशिकाओं को एरोबिक एक्सरसाइज के दौरान कम तनाव झेलना होता है, जिनमें कार्डियो, स्पिनिंग, दौड़ना, तैरना, चलना, घूमना जैसे एक्सरसाइज शामिल हैं, जिनमें ऊर्जा के उत्पादन के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है।
शोध के मुख्य लेखक और कनाडा के ओंटोरियो स्थित वाटरलू यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर थॉमस बेल्ट्रेम ने कहा, ये निष्कर्ष लोकप्रिय धारणा के विपरीत हैं कि पुरुषों के शरीर प्राकृतिक रूप से अधिक एथलेटिक होते हैं।
इसी यूनिवर्सिटी के एक अन्य शोधकर्ता रिचर्ड ह्यूगसन ने कहा, हमने पाया कि महिलाओं की मांसपेशियां रक्त से तेजी से ऑक्सीजन ग्रहण करने में सक्षम होती हैं, जो वैज्ञानिक भाषा में कहें तो, यह संकेत करता है कि उनकी एरोबिक प्रणाली कहीं अधिक बेहतर है।
यह शोध एप्लाइड साइकोलॉजी, न्यूट्रिशन, एंड मेटबॉलिज्म नामक जर्नल में प्रकाशित हुआ है। शोध में पाया गया है कि एक्सरसाइज के दौरान महिलाओं के पूरे शरीर में ऑक्सीजन पुरुषों की तुलना में 30 फीसदी अधिक तेजी से अवशोषित होता है।