नई दिल्ली। देश के विकास को मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायली कंपनियों को भारत में निवेश का न्यौता दिया। पीएम ने कहा, मौजूदा वार्षिक 5 बिलियन डॉलर के भारत-इजरायल व्यापार को आगे बढ़ाने की जरूरत है।
भारत दौरे पर आए इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की उपस्थिति में भारत-इजरायल बिजनेस समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इजरायल जैसे हाइ-टेक अर्थव्यवस्था के साथ दि्वपक्षीय व्यापार बढ़ाना न केवल राजनयिक बल्कि दोनों देशों की आर्थिक आवश्यकता है। पीएम ने कहा, ‘भारत का विकासात्मक एजेंडा बहुत बड़ा है। इजरायली कंपनियों के लिए यह वृहत आर्थिक मौका पेश करता है। मोदी ने कहा, मैं भारत में काम करने व निवेश के लिए अधिक से अधिक इजरायली लोगों, व्यापारों और कंपनियों को आमंत्रित करता हूं।‘
इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय एयरलाइन एयर इंडिया में विदेशी विमानन कंपनियों को हिस्सेदारी लेने की अनुमति का भी उल्लेख किया। मोदी ने कहा कि सरकार ने उल्लेखनीय सुधार किए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि कंपनियों के सामने आने वाले विभिन्न नियामकीय मुद्दों को हल किया गया है। उन्होंने कहा, ‘हम रुकेंगे नहीं। हम और तथा बेहतर करना चाहते हैं।’
इस बिजनेस फोरम से पहले दोनों प्रधानमंत्री ने भारत और इजरायल की कंपनियों के सीइओ के साथ बैठक में हिस्सा लिया। इससे पहले ऐसी ही एक मीटिंग टेल अवीव में मोदी के इजरायल दौरे के दौरान भी हुई थी।
नेतन्याहू के साथ इजरायली बिजनेस का बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी आया है जिसमें 100 कंपनियों का प्रतिनिधत्व करते हुए 130 सदस्य हैं। नेतन्याहू ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए उनका धन्यवाद किया। उन्होंने इजरायल-भारत सहयोग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे रेल, साइबरस्पेस, ऑटोमोबाइल, डिजिटल मेडिसीन, खेती और जल प्रबंधन का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा, ‘मैं भारत में विश्वास रखता हूं क्योंकि मैं आपकी संपदा, संस्कृति, क्रिएटिविटी और मानवता को जानता हूं। यहां मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इजरायल में उस तरह से विश्वास करने के लिए धन्यवाद कहता हूं जैसे कि इजरायल भारत पर भरोसा करता आया है। इजरायल और भारत में बेहतरीन लोग हैं जो साथ मिलकर दुनिया को उचित दिशा में ले जा सकते हैं।‘
इजरायली प्रधानमंत्री रविवार को अपने छह दिवसीय दौरे के लिए भारत आए हैं। इस इनोवेशन फोरम में आर्थिक साझेदारी को बढ़ाने के लिए सात एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। टाटा प्रोजेक्ट ने भी इजरायली कंपनी वाटर-जेन के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया। बीते 15 साल में यह पहला ऐसा मौका है, जब इजरायल का कोई प्रधानमंत्री भारत के दौरे पर आया है। उनसे पहले 2003 में पूर्व इजरायली पीएम एरियल शेरोन भारत आए थे।