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पिछले साल आज ही पंड्या ने किया था वनडे डेब्यू, चैपल ने अब ऐसा कहा

भारत के उभरते सितारे हार्दिक पंड्या के लिए 16 अक्टूबर इनके क्रिकेट करियर का यादगार दिन साबित हुआ था, जब उन्होंने पिछले साल 2016 में वनडे इंटरनेशनल में पदार्पण किया। धर्मशाला में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने पहले ही मैच में वे मैन ऑफ द मैच रहे। पंड्या ने उस मैच में 7 ओवर में 31 रन देकर 3 विकेट चटकाए। पंड्या ने मार्टिन गप्टिल (12), कोरी एंडरसन (4) और ल्यूक रोंची (0) का विकेट हासिल किया था। बल्लेबाजी करते हुए पंड्या ने 22 गेंदों में 17 रन बनाए थे। भारत ने वह मुकाबला 6 विकेट से जीता था। जिससे कीवी टीम 190 रनों पर सिमट गई थी।

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने कहा है कि हार्दिक पंड्या में मैच का रुख बदलने वाला आलराउंडर बनने की क्षमता है, जिसकी भारत को महान खिलाड़ी कपिल देव के संन्यास के बाद से तलाश है। पंड्या ने हाल में सीमित ओवरों के मैचों में भारत के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चैपल ने अपने कॉलम में लिखा, ‘हार्दिक पंड्या क्षमतावान तेज गेंदबाजी आलराउंडर है जिसकी भारत को कपिल देव के संन्यास के बाद से तलाश है।’

चैपल को इसमें कोई संदेह नहीं है कि पंड्या टेस्ट क्रिकेट में भारत को मजबूत करेंगे और सभी तरह के हालात में टीम की सफलता के योगदान देंगे। उन्होंने कहा, ‘पंड्या जैसा खिलाड़ी, जिसमें शीर्ष छह में बल्लेबाजी करने की क्षमता है और 140 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करने की क्षमता है, वह टेस्ट टीम को लचीलापन दे सकता है, जिससे प्रत्येक हालात में सफलता हासिल की जा सकती है। यह भारत को पांच गेंदबाजों के संतुलित आक्रमण के साथ उतरने का मौका देगा, फिर हालात चाहे कैसे भी हों।’

चैपल ने कहा, पंड्या में न सिर्फ यह भूमिका सफलतापूर्वक निभाने का कौशल है, बल्कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निरंतरता भी हासिल कर रहा है, जिससे उसका मनोबल बढ़ा है, भारतीय टीम के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘भारत को महान टीम बनने के लिए, उन्हें कड़े हालात और ऑस्ट्रेलिया तथा दक्षिण अफ्रीका जैसी बेहद प्रतिस्पर्धी टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है। अगर पंड्या अपनी गेंदबाजी से सामंजस्य बैठाकर इन हालात में सफल रहता है। तो अपने मजबूत बल्लेबाजी क्रम के साथ भारत के विदेशों में अधिक सफलता हासिल करने की संभावना है।’

पंड्या की तुलना इन दिनों कपिल देव से की जाने लगी है. इसे संयोग ही माना जाएगा कि कपिल ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत आज ही (16 अक्टूबर ) 1978 में की थी। फैसलाबाद में पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने पदार्पण टेस्ट खेला। हालांकि वह उस टेस्ट की दोनों पारियों में गेदबाजी करते हुए एक विकेट ही हासिल कर पाए। अपने टेस्ट करियर में कपिल देव ने 5248 रन बनाए और 434 विकेट भी चटकाए। वह 4000+ रन और 400 विकेट वाले एकमात्र ऑलराउंडर हैं।

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