श्रीनगर : पाकिस्तान ने शुक्रवार सुबह कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में सीजफायर वॉयलेशन किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत की करीब 30 से 40 चौकियों को निशाना बनाया गया। सीमापार से अभी भी गोलीबारी जारी है। इस दौरान 2 लोगों की मौत हो गई और चार गांव वाले जख्मी हो गए। वहीं, पाकिस्तान ने कठुआ और सांबा सेक्टर में भी सीजफायर वॉयलेशन किया। एक दिन पहले गुरुवार को गोलीबारी में सेना का एक जवान शहीद हो गया था। वहीं, एक छोटी बच्ची की मौत हो गई थी। भारत ने भी इसका माकूल जवाब दिया था।
शुक्रवार को कहां हुई फायरिंग ?
पाकिस्तान ने शुक्रवार सुबह 6:30 बजे जम्मू के आरएसपुरा, अरनिया, रामगढ़ सेक्टर में गोलीबारी की। यहां की करीब 40 चौकियों को निशाना बनाया।
इस दौरान मोटार्र भी दागे। हालांकि, इसमें कोई नुकसान नहीं हुआ।
जवान शहीद, एक बच्ची की मौत
गुरुवार सुबह पाकिस्तानी आर्मी ने आरएस पुरा और अरनिया सेक्टर में इंटरनेशनल बॉर्डर के पास सेना की अग्रिम चौकियों और गांवों को निशाना बनाकर गोलीबारी की थी। इसमें बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया और एक दूसरा जवान घायल हो गया था।
शहीद हुए जवान की पहचान हेड कांस्टेबल ए. सुरेश के तौर पर हुई थी। सुरेश तमिलनाडु में धर्मापुरी जिले के बांद्रा चेट्टी पट्टी गांव का रहने वाला था।
बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण: बीएसएफ
बीएसएफ के महानिदेशक के के शर्मा ने बताया- “जम्मू-कश्मीर में एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर पर स्थिति काफी तनावपूर्ण है। बीएसएफ के जवान पाकिस्तान की ओर से की जा रही गोलीबारी का करारा जवाब दे रहे हैं।
पिछले दिनों भारत की ओर से की गई कार्रवाई में पाकिस्तान को बहुत भारी नुकसान हुआ है। इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान के दो चौकियों को तबाह कर दिया।
2 साल में 363 आतंकवादी ढेर
जम्मू-कश्मीर में पिछले दो सालों में अलग-अलग घटनाओं में 363 आतंकवादी और 71 नागरिकों की मौत हुई। विधायक सतपाल शर्मा के एक लिखित सवाल के जवाब में गृह मामलों की प्रभारी और सीएम महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को विधानसभा में यह जानकारी दी।
2016 में आतंकवादी हमलों और सीमा पार गोलीबारी में 20 नागरिकों की मौत हुई थी और इसी दौरान 31 स्थानीय आतंकवादी तथा 119 भाड़े के विदेशी आतंकवादी मारे गए थे।
2017 में हिंसा की घटनाओं में 51 नागरिक मारे गए थे और 86 स्थानीय और 127 भाड़े के आतंकवादियों सहित 213 आतंकवादी ढेर हुए थे।