नई दिल्ली : वीआईपी कल्चर के प्रोटोकॉल्स के विरोध में रहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली में एक और उदाहरण पेश किया। आमतौर पर प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति या मुख्यमंत्री के काफिले के रास्ते पर दोनों साइड का ट्रैफिक रोक दिया जाता है, लेकिन शनिवार को जब प्रधानमंत्री मोदी का काफिला दिल्ली के सरदार पटेल मार्ग से गुजरा तो वहां ट्रैफिक को बिना रोके नियमित तरीके से चलने दिया गया।
शनिवार सुबह करीब 9.10 बजे मोदी का काफिला एयरपोर्ट के लिए सरदार पटेल मार्ग से गुजरा था, लेकिन इस दौरान ट्रैफिक को नहीं रोका गया था। मोदी का काफिला एक आम नागरिक की तरह रोड से निकल गया और किसी को पता भी नहीं चला। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि उनके काफिल के लिए कोई भी ऐसा काम नहीं किया जाए, जिससे आम जनता को परेशानी हो। मोदी की बात के मद्देनजर अधिकारियों ने उनके काफिले के लिए किसी तरह के बड़े इंतजाम नहीं किए।
गाड़ी पर नहीं दिखी सूचक बत्तियां
देश की सत्ता पर काबिज मोदी सरकार पहले ही वीआईपी कल्चर को खत्म करने की बात कहती आई है। सरकार की ओर से पिछले दिनों राजनेताओं की गाड़ियों से वीआईपी सूचक बत्तियों को हटा दिया गया था, खुद मोदी ने भी इस आदेश का पालन किया। शनिवार को मोदी ने वीआईपी कल्चर को खारिज करने के लिए एक बार फिर से कदम उठाया, मोदी दिल्ली की सड़कों पर वह बिना किसी औपचारिकता के ही अपने काफिले के साथ निकल पड़े।
बच्ची के लिए रुकावाया था काफिला
यह कोई पहला मौका नहीं है जब मोदी का काफिला ऐसे आम नागरिक की तरह गुजरा हो। इससे पहले भी कई बार मोदी प्रोटोकॉल को ताक पर रखकर अपने प्रशंसकों से मिलते आए हैं। पिछले साल एक कार्यक्रम के दौरान एक बच्ची से मिलने के लिए मोदी ने अपना काफिला रुकवा दिया था। हुआ यूं कि वे अपने पूरे काफिले के साथ किसी का कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे, तभी अचानक रास्ते में एक बच्चा उनके काफिले की ओर बढ़ता नज़र आया, जिसे देखकर वहां तैनात सुरक्षाकर्मी उस बच्चे को तुरंत ही वहां से हटाने लगे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब इस घटना को देखा तो उन्होंने बच्ची से मिलने के लिए अपना काफिला रुकवा दिया। फिर उन्होंने सुरक्षाकर्मी से उस बच्ची को अपने पास लाने को कहा, जिसके बाद मोदी उस बच्ची से मिले और फिर काफिले के साथ आगे बढ़ गए।