नई दिल्ली : दो बार के ओलम्पिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में अगले साल अप्रैल में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेंगे। सुशील ने केडी जाधव स्टेडियम में आयोजित ट्रायल में जीत हासिल करते हुए टीम में जगह बनाई है। सुशील ने 74 किलोग्राम भारवर्ग में जितेंद्र कुमार को 4-3 से मात दी। वहीं, दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम के केडी जाधव कॉम्प्लैक्स में खेले गए मुकाबले के दौरान सुशील तथा एक और कुश्ती खिलाड़ी प्रवीण राणा के समर्थकों के बीच झड़प हो गई। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने सुशील कुमार और उनके 5 समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
पुलिस ने आईपीसी की धारा 341 और 323 के अंतर्गत सुशील कुमार और उनके समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सेंट्रल डीसीपी एमएस रंधावा ने बताया कि, पहलवान प्रवीण राणा के साथ मारपीट के आरोप में सुशील कुमार और उनके समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
बता दें कि शुक्रवार को अगले साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिए कुश्ती के चयन ट्रायल के दौरान दो बार के ओलंपिक चैम्पियन सुशील कुमार के चिर प्रतिद्वंद्वी प्रवीण राणा को हराने के बाद दोनों के समर्थक आपस में भिड़ गए। ट्रायल के पहले दिन भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह भी मौजूद थे।
प्रवीण राणा के भाई नवीन राणा ने सुशील कुमार और उनके 5 समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। तीन साल बाद राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप स्वर्ण जीतकर अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में वापसी करने वाले सुशील ने अपने सारे मुकाबले जीते। मामला तब बिगड़ गया जब सेमीफाइनल में सुशील से हारने के बाद राणा ने दावा किया कि सुशील के समर्थकों ने रिंग में उसके खिलाफ उतरने के लिए उसे और उसके बड़े भाई को मारा।
दूसरी ओर सुशील ने दावा किया कि मुकाबले के दौरान राणा ने उसे मारा। उन्होंने कहा ,‘‘ उसने मुझे पीटा लेकिन कोई बात नहीं। यह मुझे अच्छा खेलने से रोकने की उसकी रणनीति होगी। यह खेल का हिस्सा है, जो कुछ हुआ था, वह गलत था। मैं इसकी निंदा करता हूं। मुकाबला खत्म होने के बाद एक दूसरे के लिए सम्मान था।’’
सुशील ने राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप फाइनल में राणा को हराया था। राणा ने यह भी आरोप लगाया कि सुशील के समर्थकों ने उसे जान से मारने की धमकी दी और कहा है कि आगामी प्रो कुश्ती लीग में खेलने की भूल ना करे।
गौरतलब है कि इससे पहले सुशील कुमार राष्ट्रमंडल खेलों में दो पदक जीत चुके हैं। उन्होंने नई दिल्ली 2010 और ग्लास्गो 2014 में स्वर्ण पदक जीते थे। ग्लास्गो के बाद सुशील को चोट लग गई थी और इसी कारण वह रियो ओलम्पिक में जाने से चूक गए थे। वह पिछले महीने राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में उतरे थे और उन्होंने हाल ही में जोहानसबर्ग राष्ट्रमंडल कुश्ती चैम्पियशिप में स्वर्ण पदक जीता था।