पटना (धर्मेंद्र प्रताप) : बिहार को विकास के रास्ते पर अगर कोई ले जा सकता है तो वो हैं नीतीश कुमार यानी बिहार का विकास नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही संभव है, वही एकमात्र शख्सियत दीख रहे हैं जिनके पास विकास का विजन है या यों कहें कि विकास का मॉड्यूल है। जिसपर वे अनवरत चलते ही जा रहे हैं। ये कहना है नीतीश सरकार में गन्ना उद्योग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री खुर्शीद अहमद उर्फ़ फिरोज का।
सरकार में शामिल एक राजनेता का अपने मुखिया के प्रति इस तरह का स्तुतिगान ऐसे तो आम जन के लिए कोई महत्व नहीं रखता लेकिन हमने जानने की कोशिश की कि मंत्री जी के पास क्या अपनी बात की पुष्टि के लिए कुछ तथ्य भी हैं या यह कोरा राजनीतिक बयान भर है। जवाब में मंत्री जी ने बताया कि कई ऐसी योजनाएं हैं जो 2005 के पहले संचिकाओं में तो थीं लेकिन धरातल पर कहीं दिखाई ही नहीं देती थीं।
उन्होंने कहा कि पीछे की बात छोड़िये ताज़ा आंकड़ो पर ही बात करें तो अल्पसंख्यक कल्याण योजनाओं के तहत नीतीश जी ने मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजनाओं के तहत वर्ष 2017 -18 के लिए सौ करोड़ की स्वीकृति प्रदान की है। मदरसा में पढ़नेवाले छात्र- छात्राओं के लिए जो फौकानियां एवं मौलवी की परीक्षा में प्रथम स्थान लाते हैं उन्हें 10 से 15 हजार रुपये अन्य विद्यालयों में पढ़नेवाले छात्र-छात्राओं की भांति दिए जाने का काम किया।
इसी प्रकार, कौशल विकास के तहत अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं को बीपीएससी, बैंकिंग और अन्य प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने के लिए राजधानी पटना में निःशुल्क प्रशिक्षण की व्यवस्था की है। इसके लिए न केवल निःशुल्क प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है बल्कि उन छात्र -छात्राओं के लिए खाने और रहने की भी व्यवस्था की गई है।
इसके अतिरिक्त एमएसडीपी योजना के तहत करोड़ों की लागत से सद्भावना मंडप का निर्माण किया जा रहा है। प्रखंडों में उर्दू लायब्रेरी आदि की व्यवस्था की जा रही है। तलाकशुदा, परित्यक्ता महिलायें जिन्हें पहले 10 हजार रूपये दिए जाने का प्रावधान था उसे बढाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 25 हजार कर दिया। मंत्री ने कहा कि 2005 के पहले अल्पसंख्यक कल्याण की सभी योजनाएं संचिकाओं में बंद थी। अब जब नीतीश कुमार आए हैं तो ये सब लागू हुआ है।
उन्होंने बताया कि 20 जनवरी को लखनऊ विधानसभा के तिलक भवन में एक बैठक आयोजित की गई थी जिसमें बिहार से वे प्रतिनिधित्व कर रहे थे। उस दिन उत्तर भारतीय राज्यों के समन्वय बैठक थी। बैठक में भारत सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी भी शामिल हुए थे। हमने उनसे कहा भी कि राज्यों में एमएसडीपी योजना के तहत ससमय काम पूरा हो इसके लिए वे ऐसी व्यवस्था करवाएं ताकि योजना राशि का शत प्रतिशत उपयोग किया जा सके। इसके अलावा हज यात्रियों के लिए गया और कोलकाता से ही पूर्व की भांति विमान यात्रा को यथावत रखने का सुझाव दिया। साथ ही उनसे यह भी कहा कि हज यात्रा की राशि को पूर्व की तरह ही रखा जाए। हज यात्रियों को यात्रा में विशेष आरक्षण की व्यवस्था की भी हमने केंद्रीय मंत्री से मांग की।
अंत में खुर्शीद अनवर ने कहा कि नीतीश जी के नेतृत्व में जितना विकास का काम हुआ है उसका मूल्यांकन अगर आप करेंगे तो हमारे साथ आप भी यही कहेंगे कि सूबे में विकास का पहिया अगर कोई घुमा सकते हैं तो वें हैं नीतीश कुमार।