नई दिल्ली : दिग्गज फिल्म अभिनेता शशि कपूर 79 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गए। उन्होंने कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल में आखिरी सांस ली। उन्हें कई वर्षों से किडनी की समस्या थी। वह कई सालों से डायलिसिस करा रहे थे। आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
अपने खास अंदाज से हिंदी सिने जगत पर दशकों तक राज करने वाले बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता शशि कपूर का सोमवार शाम निधन हो गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है। कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर राम नारायण ने बताया कि उनकी मृत्यु शाम 5.20 बजे हुई। दिवंगत राज कपूर के पुत्र और उनके भतीजे रणधीर कपूर ने बताया कि वह कई वर्षों से डायलिसिस पर थे।
शशि कपूर ने 70 और 80 के दशक में रोमांटिक आइकन के रूप में पहचान बनाई थी। हिन्दी फिल्म और थियेटर जगत के शुरुआती स्टार पृथ्वीराज कपूर के घर 18 मार्च, 1938 को जन्में शशि कपूर ने चार साल की उम्र से अपने पिता द्वारा निर्मित और निर्देशित नाटकों में काम करना शुरू कर दिया था। वह बॉलीवुड में 70 और 80 के दशक में एक रोमांटिक अभिनेता के तौर पर अपनी पहचान बना चुके थे। उन्होंने अंग्रेजी नाटकों की अभिनेत्री जेनिफर केंडल से विवाह किया था। उनकी तीन संतानें कुणाल, करण और संजना कपूर हैं।
साल 2011 में उनको भारत सरकार ने पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया था। साल 2015 में उनको 2014 के दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
शशि कपूर ने अपने कॅरिअर में 116 से अधिक फिल्मों में काम किया। इसमें से 61 फिल्मों में वह बतौर अभिनेता बड़े पर्दे पर आए और करीब 55 मल्टीस्टारर फिल्मों का हिस्सा बने। ‘दीवार’ फिल्म का उनका डायलॉग ‘मेरे पास मां है’ आज भी लोगों की जुबान पर रहता है। महानायक अमिताभ बच्चन के साथ उनकी जोड़ी को खूब सराहना मिली थी।