झारखंड आंदोलन के प्रणेता, पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM ) के संरक्षक दिशोम गुरु शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर सोमवार शाम दिल्ली से रांची लाया गया। रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर उनके अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोग उमड़े। गमगीन माहौल में ‘गुरुजी अमर रहें’ के नारे गूंजते रहे और हर आंख नम दिखी।
पुष्पों से सजे वाहन से उनके पार्थिव शरीर को एयरपोर्ट से मोरहाबादी स्थित गुरुजी आवास के लिए रवाना किया गया, जहां आमजन और राजनीतिक हस्तियां अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी।
हेमंत और बसंत सोरेन सहित पूरा परिवार रहा मौजूद…
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झामुमो विधायक और भाई बसंत सोरेन, सीएम की पत्नी एवं विधायक कल्पना सोरेन समेत पूरा परिवार पार्थिव शरीर के साथ रांची एयरपोर्ट पहुंचा। झारखंड सरकार के कई मंत्री, विधायक, वरिष्ठ अधिकारी और झामुमो कार्यकर्ता वहां पहले से मौजूद थे।
सभी दलों के नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
झामुमो कार्यकर्ताओं के साथ-साथ कांग्रेस और अन्य दलों के वरिष्ठ नेता भी एयरपोर्ट पहुंचे और दिशोम गुरु को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। नेताओं ने झारखंड आंदोलन में शिबू सोरेन के योगदान को याद करते हुए उन्हें ऐतिहासिक व्यक्तित्व बताया।
भावुक दृश्य, जनसैलाब उमड़ा
एयरपोर्ट के बाहर और अंदर भारी भीड़ उमड़ी। कई कार्यकर्ता पार्टी झंडा लेकर, आंखों में आंसू लिए ‘गुरुजी’ को अंतिम प्रणाम करने पहुंचे। कुछ लोग सड़कों पर बैठकर पार्थिव शरीर के पहुंचने की प्रतीक्षा करते नजर आए।
राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
शिबू सोरेन लंबे समय से बीमार चल रहे थे और दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती थे। सोमवार को उनके निधन की खबर से पूरे झारखंड में शोक की लहर दौड़ गई। राज्य सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है और उनके अंतिम संस्कार की तैयारी राजकीय सम्मान के साथ की जा रही तैयारी।




