गुरुग्राम (जेएनएन)। हिंदू संगठनों के विरोध को देखते हुए शुक्रवार को जुमे की नमाज सुरक्षा के साये में पढ़ी जाएगी। इसके लिए 76 ड्यूटी मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी तय की गई है। एसडीएम संजीव सिंगला ओवरऑल पूरी स्थिति पर नजर रखेंगे। पिछले कुछ दिनों से खुले में कहीं भी नमाज पढ़े जाने को लेकर हिंदू संगठन विरोध जता रहे हैं। संगठनों की मांग है कि बिना अनुमति कहीं भी मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज न पढ़ें। इससे कानून-व्यवस्था प्रभावित होती है।
संगठनों के विरोध को देखते हुए प्रशासन ने मुस्लिम संगठनों से सूची मांगी थी कि कहां-कहां पर नमाज पढ़ी जाती है। जवाब में 76 जगहों की सूची दी गई। बताया जाता है कि प्रशासन ने कहा कि अधिक से अधिक 10 जगहों पर ही नमाज पढ़ें। इस बारे में कोई अंतिम निर्णय नहीं हो सका। इसके बाद जहां पर नमाज पढ़ी जाती है उन जगहों के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त कर दिया गया।
हालांकि प्रशासन ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि सड़कों पर या सड़कों के किनारे किसी भी हाल में नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं दी जा सकती। इससे ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित होती है।
हिंदू संगठनों ने सौंपा ज्ञापन
हिंदू संगठनों की संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने अपनी मांग को लेकर बृहस्पतिवार को जिला उपायुक्त का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हुडा प्रशासक चंद्रशेखर खरे को ज्ञापन सौंपा। समिति के संयोजक महावीर भारद्वाज, राजीव मित्तल, ब्रह्म प्रकाश एवं गांव झाड़सा निवासी श्याम सिंह ठाकरान ने कहा कि बिना अनुमति के कहीं भी नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं दी जाए। कहीं भी नमाज पढ़ने से कानून-व्यवस्था प्रभावित होती है। इस पर जिला उपायुक्त ने कहा कि प्रशासन रास्ता निकाल रहा है। उन्होंने हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों से अपील की कि वे कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने में प्रशासन का सहयोग करें। माहौल खराब न हो, इसके लिए सभी को मिलजुलकर प्रयास करना होगा।