नई दिल्ली : दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) की सीनियर चयन समिति ने 16 जनवरी को बिहार के राजनेता पप्पू यादव के बेटे सार्थक रंजन को बाहर करते हुए 21 जनवरी से कोलकाता में शुरू हो रहे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के नाकआउट चरण के लिए अनुभवी उन्मुक्त चंद को टीम में जगह दी है।
सार्थक को मौजूदा सत्र में एक भी मैच खेले बिना मुश्ताक अली ट्राफी के क्षेत्रीय चरण के लिए टीम में जगह दी गई थी जिससे काफी विवाद हुआ था और अतुल वासन की अगुआई वाली चयन समिति की आलोचना हुई थी। सार्थक ने जम्मू कश्मीर और सेना की कमजोर मानी जाने वाली टीमों के खिलाफ क्रमश: 20 गेंद में 31 और 17 गेंद में 25 रन की पारी खेली। इनमें से एक मैच में गौतम गंभीर ने पारी की शुरुआत नहीं की जबकि दूसरे में वह अंतिम एकादश में भी शामिल नहीं थे।
‘IPL टीम में शामिल कराने के लिए रंजन को मिली थी एंट्री’
चयन समिति ने रंजन को सीनियर टीम से बाहर करके अंडर 23 टीम में चुना है क्योंकि मुश्ताक अली नाकआउट चरण का कार्यक्रम हिमाचल में अंडर 23 वनडे मैचों से टकरा रहा है।
डीडीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘सार्थक, हिम्मत सिंह और तेजस बरोका को अंडर 23 टीम में जगह दी गई है क्योंकि सीनियर टीम में उनका स्वत: चयन तय नहीं है। उन्मुक्त, वरुण सूद और मिलिंद कुमार सीनियर खिलाड़ी हैं जो सीनियर टीम को मजबूती देंगे।’
डीडीसीए में कई लोगों का आरोप है कि सार्थक को आईपीएल नीलामी का हिस्सा बनाने का उद्देश्य पूरा होने के बाद चयनकर्ताओं को अंडर 23 टूर्नामेंट के कारण बचने का मौका मिला गया।
डीडीसीए के एक अधिकारी ने कहा, ‘उसे रणनीतिक रूप से टूर्नामेंट की दो सबसे कमजोर टीमों जम्मू कश्मीर और सेना के खिलाफ खिलाया गया। अब दो मैच खेलने के कारण वह आईपीएल नीलामी के लिए पात्र हैं।’
उन्मुक्त की खराब फॉर्म को लेकर उठ चुके हैं सवाल
इससे पहले वासन ने सोशल मीडिया पर पिछले 30 मैचों में उन्मुक्त के खराब प्रदर्शन का मुद्दा उठाया था जिसके बाद ट्विटर पर लोगों ने उन्हें भारत के पूर्व अंडर 19 विश्व कप विजेता कप्तान के सीमित ओवरों के प्रदर्शन को याद दिलाया था।
टीम इस प्रकार है: प्रदीप सांगवान (कप्तान), गौतम गंभीर, ऋषभ पंत, नितीश राणा, ध्रुव शौरी, उन्मुक्त चंद, मिलिंद कुमार, ललित यादव, पवन नेगी, वरुण सूद, कुलवंत खेजरोलिया, नवदीप सैनी, सुबोध भाटी, विकास टोकस और क्षितिज शर्मा।