दिल्ली पुलिस को अब ऐसी युवती की तलाश है जिसने बड़े शातिराना तरीके से कार मालिक को पहले भरोसे में लिया और फिर पलक झपकते ही कार लेकर फुर्र हो गई। पीड़ित की शिकायत पर राजौरी गार्डन थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है। आशंका है कि यह युवती किसी बदमाश के गिरोह की सदस्य है जो वाहन चालकों को फंसाने का काम करती है।
द्वारका जिला पुलिस की कई टीमें जहां पुलिस अधिकारी के बेटे से लूटी गई कार की तलाश में जुटी है, वहीं इससे सटे पश्चिमी जिले में पुलिस कार चोरी की घटना में महिला की तलाश कर रही है। दरअसल, राजौरी गार्डन थाना में दर्ज कराई गई अपनी शिकायत में एक व्यक्ति ने कहा है कि वे जल बोर्ड में कार्य करते हैं।
22 अगस्त की रात वे द्वारका मोड़ से कर्मपुरा की ओर जा रहे थे। रास्ते में जब वे टैगोर गार्डन की लालबत्ती के पास पहुंचे तो उन्हें सड़क किनारे एक युवती नजर आई। युवती ने इशारा किया तो उन्होंने कार रोकी और उसे बिठा लिया। थोड़ी देर बाद कार चलाते हुए जब वे रघुबीर नगर गांव वाले चौक के पास पहुंचे तो उन्होंने कार खड़ी कर दी और वे पानी की बोतल लेने चले गए। कुछ देर बाद पानी की बोतल लेने के बाद जब वे वापस आए तो कार गायब थी।
दिल्ली मेट्रो में भी भीड़ का फायदा उठाकर लोगों को अपना शिकार बनाने वाली बेहद शातिर और खतरनाक चोरनी सक्रिय हैं। ये चोरनियां इतनी शातिर होती हैं कि मेट्रो में यात्रा के दौरान इनके शिकार को जरा भी शक नहीं होता और मेट्रो से उतरने के बाद उनका कीमती सामान गायब हो जाता है। मेट्रो की सुरक्षा संभाल रही सीआईएसएफ की मानें तो ये चोरनियां यात्री बनकर स्टेशन या ट्रेन में घुसती हैं फिर लोगों को अपना शिकार बनाती हैं।
मेट्रो की सुरक्षा संभाल रही सीआईएसएफ की मानें तो ये चोरनियां यात्री बनकर स्टेशन या ट्रेन में घुसीं थी, जिन पर शक हुआ और वह पकड़ी गईं। आंकड़ों पर गौर करें तो साल 2017 के अंत तक सिर्फ 98 पुरूष चोर पकड़े गए वहीं, 1231 महिला चोर पकड़ी गईं। इनमें कई महिलाओं को रंगे हाथ यात्रियों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया तो कई महिला चोरों की पुष्टि छानबीन के बाद हो पाई।