ट्रैकिंग का शौक हर किसी को नहीं होता लेकिन जिन्हें होता है वो इस एडवेंचर को बहुत एन्जॉय करते हैं। पहाड़ों की ट्रैकिंग इसलिए भी खास होती है क्योंकि यहां का मौसम लगातार बदलता रहता है। धूप, बारिश और कभी ठंड का एहसास कराने वाली ट्रैकिंग पर जाते समय सिर्फ स्टाइलिश कपड़े और फुटवेयर्स की पैकिंग ही काफी नहीं होती। और भी कई सारी चीज़ें हैं जिसका ध्यान रखना होता है। तभी आप ट्रैकिंग के मजे ले पाएंगे।
घूमने-फिरने का असली मजा तभी ले पाएंगे जब आप पूरी प्लानिंग के साथ जाएंगे और प्लानिंग के लिए सबसे जरूरी है नॉलेज। जिस भी जगह जा रहे हैं उस जगह का मौसम ट्रैकिंग के लिए अनुकूल है या नहीं? ट्रैकिंग का रास्ता कैसा है? वहां रूकने की क्या व्यवस्था है? सामान लेकर ट्रैक करना है क्या? ट्रैकिंग में कितना टाइम लग सकता है? ये सारी जानकारी होने पर ही आप उसके हिसाब से अपनी आगे की प्लानिंग कर पाएंगे। ग्रूप में ट्रैवल कर रहे हैं या अकेले ये दोनों ही सिचुएशन के लिए जरूरी है।
ट्रैकिंग पर जाते समय बेहतर होगा कि आप फुल स्लीव टी-शर्ट्स और ट्रैक पेंट्स पहनें। जो बहुत ही कम्फर्टेबल होते हैं। ट्रैकिंग के दौरान फुटवेयर्स में हमेशा जूते पहनें जिसकी पकड़ अच्छी होती है। बेहतर होगा ट्रैकिंग के लिए एक बार ब्रांडेड जूते ही खरीद लें। इससे बर्फ हो या पथरीला रास्ता आपको चलने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होती। हां, ट्रैकिंग के दौरान सैंडल्स और फ्लोटर्स पहनने का आइडिया बिल्कुल भी सही नहीं।
ट्रैकिंग के दौरान पानी पीते रहें इससे आपकी बॉडी हाइड्रेट रहेगी। क्योंकि पानी की कमी से सिरदर्द, चक्कर और कमजोरी की प्रॉब्लम होने लगती है। बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए जूस, नारियल पानी, चाय और कॉफी के भी ऑप्शन हैं आपके पास।
बेशक आपने बहुत सारे ट्रैक किए होंगे लेकिन अगर आपके साथ ट्रैक लीडर है तो हमेशा उसकी बात सुनें। उन्हें रास्ते और उसमें आने वाली बाधाओं के बारे में अच्छे से पता होता है। जो सुरक्षित और एन्जॉयफुल ट्रैकिंग के लिए सबसे जरूरी चीज़ है। अकेले ट्रैकिंग पर निकले हैं तो रूट के बारे में पता कर लें और उसे ही फॉलो करें।
ट्रैकिंग के दौरान गंदगी बिल्कुल न फैलाएं क्योंकि वहां सफाई बहुत ही मुश्किल होती है। और साथ ही ये उस जगह की खूबसूरती को भी बर्बाद करते हैं।