नई दिल्ली। क्या टीम इंडिया के सिक्सर किंग युवराज का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खत्म हो गया है। कम से कम राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रैक्टिस मैच के लिए चुनी टीम से उनको बाहर रखकर तो इसी तरफ इशारा किया है। मौजूदा दौर में सबसे अनुभवी होने क बाद भी युवराज को बोर्ड एकादश की 14 सदस्यीय टीम में जगह नहीं मिली है। इससे साफ होता है कि युवराज अब देश के चोटी के 74 क्रिकेटर्स की लिस्ट में नहीं है।
इनमें से हैं देश के टॉप 60 क्रिकेटर
चयनकर्ताओं ने संकेत दिए हैं कि शीर्ष 15 क्रिकेटर श्रीलंका दौरे पर गए थे और उनका ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में बने रहना लगभग तय है। इसके बाद 45 क्रिकेटर इस समय चल रही दिलीप ट्रॉफी में खेल रहे हैं। श्रीलंका गए 15 और दिलीप ट्रॉफी खेल रहे 45 क्रिकेटर मिलकर देश के शीर्ष 60 क्रिकेटर होते हैं।
पांचवीं टीम में भी युवी को जगह नहीं
भारत की पहली टीम श्रीलंका गई थी। मगर इस दौरे पर भी कई खिलाड़ियों को आराम दिया गया था। इसके बाद की तीन शीर्ष टीमें दिलीप ट्रॉफी में अपने जौहर दिखा रही हैं। युवराज को इनके बाद आने वाले अगले 14 क्रिकेटरों यानी देश की पांचवीं टीम में भी जगह नहीं मिली। बोर्ड अध्यक्ष एकादश की टीम के ये 14 क्रिकेटर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभ्यास मैच खेलेंगे। इसका मतलब है कि युवराज की देश के शीर्ष 74 क्रिकेटरों में जगह नहीं बनती है।
विराट को कप्तान बनते ही मिला था मौका
युवराज सिंह काफी समय से टीम से बाहर चल रहे थे, लेकिन विराट कोहली के वनडे कप्तान बनते ही उन्हें टीम में उनकी वापसी हुई थी और उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 150 रनों की पारी खेलकर अपने सेलेक्शन को सही साबित भी किया था। हालांकि, इसके बाद वह आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी और वेस्टइंडीज दौरे पर खुद को साबित नहीं कर सके। अगर युवराज को बोर्ड अध्यक्ष की टीम में मौका मिला और वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभ्यास मैच खेलते और उसमें दम दिखाते तो शायद टीम इंडिया में उनकी वापसी के रास्ते आसान हो जाते।
दमखम दिखाना भी नहीं आया काम
युवराज पिछले कुछ समय से टीम से बाहर चल रहे हैं। इसकी वजह युवराज का फिटनेस टेस्ट में पास न हो पाना बताया गया था। हालांकि, युवराज ने इसके बाद एक-एक करके अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी फिटनेस को दिखाते हुए फोटो और वीडियो शेयर किए थे। इसमें उनकी मसल्स से लेकर एब्स तक दिखाई दे रहे थे, लेकिन लगता है कि वह चयनतकर्ताओं को इस दांव से भी लुभाने में नाकाम रहे।