पोर्न फिल्म का प्रचलन आज के समय में काफी ज्यादा चल पड़ा, भारत में बेशक इस तरह की फिल्मों पर पाबंदी है लेकिन दुनियां के कई देशों में यह फ़िल्में वहां की सरकारों के द्वारा मान्यता प्राप्त हो कर जोर-शोर से चल रही है और लोग इन्हें देखते हैं भी। ज्यादातर सर्वे में यही पाया गया है कि इन फिल्मों को देखने वालों की तादात पुरुषों में 15 से 30 वर्ष के आयु के पुरुषों में सबसे ज्यादा पायी जाती है। वैसे तो इन फिल्मों को देखने से कोई नुक्सान नहीं है लेकिन यदि आप इस तरह की फिल्मों के आदि होते जा रहें हैं तो इस बात जरुर ध्यान रखें कि इन फिल्मों की लत लग जाने के कारण यह आपके लिए काफी नुकसानदेह हो सकती है। आइए जानते है पोर्न फिल्मों को देखने से होने वाले नुकसानों के बारे में।
दिमाग पर नकारत्मक प्रभाव डालता है:
जो लोग इस तरह की फिल्मों को जरूरत से ज्यादा देखना शुरू कर देते हैं उन दिमाग में इस तरह की फिल्मों का ही खुमार चढ़ना शुरू हो जाता है, जो धीरे-धीरे लत में तब्दील हो जाती है और इसके बार दिन में रात हर वक्त व्यक्ति बस इन्हीं के बारे में सोचना शुरू कर देता है और जिसके बाद वह जरूरत से हस्तमैथुन भी करना शुरू कर देता है। जो शरीर पर गहरा असर डालती है।
पोर्न फिल्मों की ही तरह सेक्स करने की इच्छा:
यह बहुत बार पाया गया है कि जो लोग जरूरत से ज्यादा पोर्न देखते हैं या फिर पोर्न देखने के आदि होते हैं उनके दिमाग में एक बात यह घर कर जाती है कि उन्हें भी अपने साथी के उसी प्रकार से सेक्स करना होता है जैसा कि उन फिल्मों में दिखाया जाता है। ऐसा करने से न केवल यह आपकी कामुकता को कम करना शुरू कर देता है बल्कि आप और आपके साथी के बीच दूरियाँ भी लाना शुरू कर देता है।
गलत तरीकों से रोजाना सेक्स करने का मन:
जो लोग रोजाना और जरूरत से ज्यादा पोर्न फ़िल्में देखते है उनमें यह समस्या अपने आप ही उत्पन्न होने लगती है कि रोजाना अपने साथी के साथ सेक्स करना चाहते हैं और अपने साथी के इच्छा के विरुद्ध जाकर एलन और ब्लो जॉब जैसे तरीकों से सेक्स करना चाहते हैं। जिससे कई तरह की सेक्स आधारित बीमारियाँ होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
आपको बाकि लोगों से अलग कर देता है:
जिन लोगों को पोर्न फिल्मों की आदत हो जाती है वह अपने खाली समय में अपने दोस्तों या परिवारजन के साथ समय न बिता कर अकेले रह कर पोर्न देखना ज्यादा पसंद करने लगते है जिसके कारण सोशली कट जाते हैं