रांची : पूर्व मुख्यमंत्री सह राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को बिरसा केंद्रीय कारा, होटवार में ठंड लग गयी है। वे अस्वस्थ बताये जा रहे हैं। जेल के डॉक्टरों ने उनकी जांच की है। बीमार होने के कारण लालू मंगलवार को अपने वार्ड से बाहर टहलने के लिए भी नहीं निकले।
जेल में बंद लालू प्रसाद को बागवानी का काम दिया गया है। वर्ष 2013 में जब वह जेल गये थे, उस समय भी वह बागवानी करते थे। उस समय उन्होंने कदम का एक पेड़ लगाया था। अब कदम का वह पेड़ बड़ा हो गया है और उसमें फल भी लग रहे हैं। खाने में कदम की चटनी बड़े चाव से लालू खाते हैं। दोपहर के खाने में हर दिन उन्हें कदम के फल की चटनी परोसी जाती है। जेलर सीएस सुमन के अनुसार लालू के अलावा चारा घोटाला के अन्य कैदियों के काम भी तय कर दिये गये हैं।
वहीँ, चारा घोटाला से जुड़े एक अन्य मामले आरसी 38ए/96 में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद, जगन्नाथ मिश्रा सहित अन्य आरोपियों को सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत ने बुधवार को सशरीर उपस्थित होने का निर्देश दिया है। यह मामला दुमका कोषागार से तीन करोड़ 13 लाख रुपये से अधिक की अवैध निकासी से संबंधित है।
गौरतलब है कि लालू प्रसाद, आरके राणा, महेश प्रसाद सहित कई आरोपी चारा घोटाला के देवघर कोषागार से अवैध निकासी के मामले में सजायाफ्ता हैं और जेल की सजा काट रहे हैं। वहीं जगन्नाथ मिश्र को कोर्ट में हाजिर होने के लिए पटना से रांची आना होगा। उक्त मामले के अलावा डोरंडा कोषागार और चाईबासा कोषागार से फर्जी निकासी मामले में भी बुधवार को कोर्ट में सुनवाई होनी है। संभव है कि चाईबासा कोषागार मामले में सुनवाई की प्रक्रिया बुधवार को पूरी हो जाये। लालू की पेशी को लेकर सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।