जेएमएम ने बिहार चुनाव में इंडिया गठबंधन से अलग होने का ऐलान किया, छह सीटों पर अकेले उतारेगी उम्मीदवार
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए महागठबंधन (इंडिया गठबंधन) से अलग होने का बड़ा फैसला लिया है। पार्टी अब बिहार की छह विधानसभा सीटों—चकाई, धमदाहा, कटोरिया (एसटी), पिरपैंती, मनीहारी (एसटी) और जमुई—पर अपने उम्मीदवार स्वतंत्र रूप से उतारेगी। ये सभी सीटें दूसरे चरण के मतदान (11 नवंबर 2025) के अंतर्गत आती हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया गया ऐलान
जेएमएम के महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने शनिवार को रांची में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
“महागठबंधन के साथ सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाई। हमने सम्मानजनक हिस्सेदारी की मांग की थी, लेकिन बात नहीं बनी। इसलिए, जेएमएम बिहार में अकेले चुनाव लड़ेगी।”
उन्होंने आगे कहा कि बिहार चुनाव के परिणामों के बाद झारखंड में वर्तमान गठबंधन (जेएमएम–कांग्रेस–आरजेडी–सीपीआई(एमएल)–एल) की समीक्षा भी की जाएगी।
सीट बंटवारे में असहमति का कारण
सूत्रों के मुताबिक, जेएमएम ने बिहार में कम से कम 10 सीटों की मांग की थी, जिनमें से अधिकांश सीमांत झारखंड और आदिवासी बहुल इलाकों में आती हैं।
लेकिन आरजेडी और कांग्रेस इन सीटों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं थीं। इसी वजह से वार्ता ठप हो गई और जेएमएम ने स्वतंत्र रूप से मैदान में उतरने का निर्णय लिया।
पार्टी का फोकस बिहार के झारखंड सीमा से सटे जिले हैं — बांका, जमुई, कटिहार, भागलपुर और पूर्णिया, जहां झारखंड के साथ सांस्कृतिक और सामाजिक जुड़ाव गहरा है।
जेएमएम को उम्मीद है कि इन इलाकों में आदिवासी, संथाल और मजदूर वर्ग के वोटरों से उसे मजबूत समर्थन मिलेगा।
